तालिबान के कब्जे के बावजूद राशिद खान ने चूमा अपने देश का झंडा, बोले- अफगानिस्तान जिंदाबाद
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां के नागरिकों में काफी डर और भय है। सालों से तालिबान ने अफगानियों पर जुल्म ढाया है। खासतौर से महिलाओं के खिलाफ कड़े प्रतिबंध और कानून रहे हैं। अब जब दोबारा तालिबान ने सत्ता पर कब्जा कर लिया तो लोगों को पुराना डर सता रहा है। सिर्फ आम नहीं खास लोग भी तालिबान से अपने देश को बचाने की गुहार लगा चुके हैं। जिसमें अफगानिस्तान के स्टार क्रिकेटर राशिद खान भी शामिल हैं।
राशिद ने बोला अफगानिस्तान जिंदाबाद
गुरुवार को राशिद खान ने अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर एक फेसबुक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, 'प्यारे देशवासियो, प्रिय अफगानिस्तान की 102 वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ मुबारक हो। दुनिया के साथ एक शांतिपूर्ण, प्रगतिशील, स्वतंत्र, और प्रतिस्पर्धी अफगानिस्तान की उम्मीद है । अफगानिस्तान जिंदाबाद।' इस पोस्ट के साथ उन्होंने अपनी एक अफगानिस्तान के राष्ट्रीय झंडे को चूमते हुए एक तस्वीर भी पोस्ट की। देश में तालिबान के कब्जे के बाद राशिद का यह पहला पोस्ट है। इससे पहले वह दुनिया भर के नेताओं से अफगानिस्तान को बचाने की गुहार लगा चुके थे।
लगा चुके थे मदद की गुहार
अफगानिस्तान में शांति की अपील करते हुए दुनिया के नेताओं से राशिद ने कहा था कि वे हिंसा के बीच उनके देश को ''अराजकता'' में न छोड़ें। राशिद ने सोशल मीडिया पर लिखा, "प्रिय विश्व नेताओं! मेरा देश अराजकता में है, बच्चों और महिलाओं सहित हजारों निर्दोष लोग हर रोज शहीद हो जाते हैं, घर और संपत्ति नष्ट हो जाती है। हजारों परिवार विस्थापित हो जाते हैं। हमें अराजकता में मत छोड़ो। अफगानों को मारना और अफगानिस्तान को नष्ट करना बंद करो हम शांति चाहते हैं।'