एक्ट्रेस रानी मुखर्जी का कहना है कि वे अपनी फिल्म 'हम-तुम' को कभी भूल नहीं पायेंगी क्योंकि इस फिल्म में उन्होंने वेटेनर एक्टर ऋषि कपूर के साथ काम किया था।

मुंबई (आईएएनएस)। कुणाल कोहली की 2004 में आई रोमांटिक कॉमेडी फिल्म 'हम-तुम' 16 साल पहले आज ही के दिन रिलीज हुई थी, और अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने वेटेनर एक्टर ऋषि कपूर के साथ इसमें काम किया था, जिनका हाल ही में निधन हो गया। अपने शूटिंग के अनुभव को याद करते हुए रानी ने कहा कि ये फिल्म हमेशा यादगार रहेगी क्योंकि चिंटू अंकल इसका पार्ट थे।

डेथ से पहले याद किए थे शूटिंग के किस्से

रानी ने कहा कि उन्हें एम्स्टर्डम में हुई फिल्म की शूटिंग की बातें याद हैं। उन्होंने ये भी बताया कि हाल ही में, उनके असामयिक निधन से पहले वे उनसे मिली थीं तो उन दोनों ने 'हम तुम' की शूटिंग के बारे में बातें भी की थीं।कि एम्स्टर्डम शेड्यूल के दौरान कितना मजा आया।रानी ने कहा उन्होंने याद किया कि ऋषि कपूर ने फिल्म में एक्टर सैफ अली खान के फादर का रोल प्ले किया था जो एक बड़ी कमाल की बात थी। भूमिका निभाई। ये उस समय में उनकी चंद पहली फिल्मों में से एक थी जब उन्होंने मेन करेक्टर रोल प्ले करने स्टार्ट किए थे। जिस तरह उन्होंने ये रोल किया वह हमेशा की तरह शानदार थे

फैन थीं ऋषि की

रानी ने कहा कि वह ऋषि कपूर की बहुत बड़ी फैन थीं। उन्होंने 'हम-तुम' में उनके साथ काम करने की यादें शेयर करते हुए कहा कि, "चिंटू अंकल उस दौर के थे जब अभिनेताओं ने कभी सिंक साउंड नहीं की थी और 'हम-तुम' एक सिंक-साउंड फिल्म थी। हम एम्स्टर्डम के एक घर में शूटिंग कर रहे थे जिसमें लकड़ी का फर्श था और दिलीप सुब्रमण्यम साउंड रिकॉर्डिस्ट थे। वह चिंटू अंकल को बताता रहा कि हर बार जब घर में कदम रखेंगे फर्श क्रीक की आवाज पैदा करेगा।" साथ ही वे रीटेक देने के भी आदि नहीं नहीं थे इसलिए जब भी रीटेक की बात होती वे इरिटेट हो जाते थे कि क्यों बार बार टेक करना है और ये फर्श आवाज क्यों करता है। सभी उनके गुस्से से डरते थे, लेकिन वे अपने काम का भरपूर मजा भी लेते थे।

ऋषि कपूर का निधन एक दोहरी क्षति है।

रानी कहती हैं उनके लिए दोहरा नुकसान है पहला एक फैन के तौर पर और दूसरा उनकी मस्ती को मिस करना। रानी को लगता है कि 'हम-तुम' निश्चित रूप से वक्त से आगे की फिल्म थी। फिल्म में महिलाओं का प्रोग्रेसिव पोटर्येल दिखाई दिया था। यह एक बहुत ही आधुनिक विषय। जिस तरह से उनका करेक्टर रिया अंत में रिएक्ट करता है और करण बने सैफ के जीवन से इसलिए चली जाती है क्योंकि वह बस फिजिकल इंटीमेसी के कारण उससे शादी के लिए प्रपोज करता है। यह कदम काफी बहादुरी भरा था। उन्हें लगता है कि फिल्म ने एक नई उभरती महिला के बारे में बात की थी। रानी मानती हैं कि रिया उस समय की आधुनिक भारतीय महिला के रूप में नजर आई थी।

Posted By: Molly Seth