1984 में दंगा नहीं बल्िक एक बड़ा जनसंहार था: राजनाथ सिंह
देश की न्याय प्रणाली पर करो भरोसा
कल पश्िचम दिल्ली के तिलक विहार इलाके में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दंगा पीड़ितों और उनके परिजनों को बढे़ हुए मुआवजे के चेक वितरित किए. 17 परिजनों को पांच लाख रुपए के चेक देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ितों के साथ है. गृहमंत्री ने लोगों को आश्वस्त किया कि यह दंगा नहीं था बल्िक एक बड़ा जनसंहार था. जिसमें सैकड़ों बेगुनाह लोग मारे गए. सबसे बड़ी बात यह है कि इस घटना के जिम्मेदार अनेक लोगों को अभी तक सजा नहीं मिली है, लेकिन हमे अपने देश की न्याय प्रणाली पर भरोषा है.एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक 2,459 लोगों को बढ़ा हुआ मुआवजा जल्द ही दिया जाएगा. इसके लिए सत्यापन का कार्य किया जा रहा है.
बीजेपी न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत
इसके अलावा यह बात भी उजागर हुई कि 1984 के दंगा पीड़ितों की शिकायतों पर विचार करने के लिए एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुआई में समिति बनी हुई. जिसके माध्यम से शिकायतें प्राप्त करने के बाद सरकार इनका समाधान निकालेगी. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा दिल्ली में सिखों को 1984 का न्याय दिलाने लिए प्रयासरत है. हमारी कोशिश है कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने पर दो वर्ष के भीतर सिखों के सभी मामलों का निपटारा हो जाए. गौरतलब है कि जब केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी थी उसके तुरंत बाद सतीश उपाध्याय, राष्ट्रीय मंत्री आरपी सिंह व प्रवक्ता राजीव बब्बर ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ केंद्रीय गृहमंत्री के समक्ष सिखों को अतिरिक्त मुआवजे और न्याय के लिए गुहार लगाई थी.