उम्र के जिस पड़ाव पर यानी की वृद्धावस्‍था में जब कोई सहारा नहीं होता। लाखों आखों में दुनिया के मशहूर तीर्थ स्‍थानों पर जाने की इच्‍छा अधूरी होती है। उस पड़ाव पर राजस्‍थान की सरकार मददगार होगी। अब वह वरिष्ठजनों को तीर्थयात्रा कराएगी। इसके लिए कल राजमसंद जिला कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हई। जिसमें कल 7 सितंबर से आवेदन फार्म भराने की प्रकिया शुरू होगी।


यात्रा कराने का फैसलाजानकारी के मुताबिक कल राजस्थान के राजमसंद जिला कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अगुवाई में बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की वरिष्ठजनों को तीर्थयात्रा कराने की योजना  की रणनीति तैयार हुई। जिसमें राजमसंद जिला कलक्टर कैलाशचंद वर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर बृजमोहन बैरवा तथा उपखंड अधिकारियों समेत कई लोग शामिल हुए। इस बैठक में चारधाम, जगन्नाथपुरी, तिरुपति बालाजी, वैष्णोदेवी, शिरडी व बिहारशरीफ आदि तीर्थ स्थानों की यात्रा कराने का फैसला हुआ। यह यात्रा 10 दिनों में कराई जाएगी। इसके लिए उपखंड अधिकारी को फार्म आदि भी दे दिए गए हैं। जो कि कल से भरने शुरू हो जाएंगे।200 आवेदन फार्म जारी
इस तीर्थयात्रा के लिए सरकार की ओर से कुछ खास प्रक्रिया के तहत काम होगा। इस दौरान अभी पहले चरण में 200 आवेदन फार्म जारी किए गए हैं। इस योजना में कोई धांधली न होने पाए इसके लिए सरकार तय किया कि इसमें लाटरी के तहत 130 वरिष्ठजनों को चयनित किया जाएगा। कल 7 सितंबर से आवेदन फार्म जमा होंगे जो कि 22 सितंबर तक जमा होंगे।  इसमें 30 सितंबर पर कंप्यूटर पर प्रविष्टि की जाएगी। इसके बाद 5 अक्टूबर को लॉटरी निकाली जाएगी। इसके बाद लॉटरी में आने वाले नामों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके साथ ही जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक और गरीब होंगे उन्हें चयनित किया जाएगा। इसके साथ वही बुजुर्ग मूल रूप से राजस्थान के निवासी हों। इस दौरान यात्रियों के लिए खाने-पीने का सामान, दवाई किट तथा ओढ़ने-बिछाने सामान दिया जाएगा।

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Posted By: Shweta Mishra