1.25 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ ये है प्रभु की रेलवे परियोजनाएं
ये है परीयोजनाएंप्रभू ने अपना रेल बजट पेश करते हुए करते हुए कहा कि वह देश में बुनियादी ढाचे में निवेश में अग्रणी रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस बार रेलवे को पैसेंजर्स को सब्सिडी देने में 30,000 करोड़ का लॉस हुआ है, लेकिन इसके साथ हि रेलवे ने 8720 करोड़ की बचत भी की। आइए जानते है इस साल की रेलवे के लिए कौन सी नई परियोजनाएं बनाई गई है-- रेलवे में 40 नई परियोजना की शुरूआत होगी।- 400 स्टेशनों का सार्वजनिक निजी भागीदारी के जरिए आधुनिकीकरण किया जाएगा और सभी 400 रेलवे स्टेशनों को वाई-फाई युक्त बनाया जाएगा। - पांच साल में रेलवे प्रोजेक्टों पर साढ़े आठ लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे- अगले वित्त वर्ष में 2000 किलोमीटर रेल मार्ग का विद्यतीकरण किया जायेगा।- 2020 तक मानवरहित फाटक खत्म किए जाएंगे।
- ट्रेन की हर कोच में जीपीएस सिस्टम लगाए जाएंगे।
- अगले साल 2,800 किलोमीटर नए ट्रैक का परिचालन शुरू करेंगे। - मंबई में प्लेटफार्म ऊंचे किए जाएंगे और दो एलिवेटेड उपनगरीय रेलवे कारिडोर चर्चगेट-विरार और सीएसटी-पणवेल का निर्माण किया जाएगा।- 2 नई लोकोमोटिव फैक्ट्री लगाई जाएगी जिसके लिए 40 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।- सभी तीर्थ स्थानों के स्टेशनों को चमकाया जाएगा।
- दिल्ली के रिंग रेल में 21 स्टेशन बनाए जाएंगे।- भारत के पहले रेलवे आटो केंद्र का जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा। ये आटो केंद्र चेन्नई में है।- रेल पुलों के निर्माण के लिए 17 राज्यों ने भारतीय रेलवे के साथ संयुक्त उद्यम बनाने पर सहमति व्यक्त की।- रेलवे वित्त वर्ष 2017.18 में नौ करोड़ और वित्त वर्ष 2018.19 में 14 करोड़ मानव दिवस सृजित करेगा।- एलआईसी रेलवे में 1.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश करेगा।- अजमेर, अमृतसर, गया, मथुरा, नांदेड, नासिक, पुरी, तिरुपति, वाराणसी, नागपत्तनम और अन्य पर्यटन स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।- सरकार रेलवे बजट में 40,000 करोड़ रुपये का समर्थन देगी।- बड़ोदरा में रेलवे यूनिवर्सिटी का निर्माण होगा और 2 हजार स्टेशनों पर रेल डिस्प्ले नेटवर्क होगा।