कांग्रेस के उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी गुजरात चुनाव में एक नये अंदाज के साथ उतरे हैं। ऐसे में राहुल के एक ट्वीट ने हंगामा मचा रखा है। राहुल गांधी ने रफेल डील को लेकर एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के ऊपर रफेल डील में घोटाले को लेकर आरोप लगाए हैं। ऐसे में यूजर्स ने राहुल को कांग्रेस सरकार में हुए घोटालों के बारे में याद करने के लिये कहा है। हम आपको कांग्रेस काल में हुए घोटाले और ट्वीटर यूजर्स के राहुल के ट्वीट पर रियेक्‍शन के बारे में बताने जा रहे हैं।


क्या है रफेल डील कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने फ्रांस की कंपनी से 58,000 करोड़ में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया है। यह टैक्स देने वाले लोगों की कमाई है। वर्ष 2012 में यूपीए सरकार ने फ्रांस से एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए जितने में समझौता किया था। उससे तीन गुना ज्यादा रकम देकर मोदी सरकार एयरक्राफ्ट खरीद रही है। राहुल ने ट्वीट के जरिये मोदी पर हमला बोला है। इसके बाद ट्विटर यूजर्स ने राहुल की जमकर खिचाई की तो कुछ उनके साथ खड़े नजर आये। वाड्रा-डीएलएफ घोटाला


2012 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी और उनके दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ से 65 करोड़ का ब्याजमुक्त लोन लेने का आरोप लगा। ये आरोप भी लगे कि इस बिना ब्याज पैसे की अदायगी के पीछे कंपनी को राजनीतिक फायदा पहुँचाना मकसद था। यह भी कहा गया कि इस दौरान केंद्र में कांग्रेस सरकार के रहते रॉबर्ट वाड्रा ने देश के कई हिस्सों में बेहद कम कीमतों पर जमीनें खरीदीं।बोफोर्स घोटाला

इस घोटाले ने 1980 और 1990 के दशक में गांधी परिवार और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की छवि को गहरा धक्का पहुँचाया। आरोप थे कि स्वीडन की तोप बनाने वाली कंपनी बोफोर्स ने कमीशन के बतौर 64 करोड़ रुपए राजीव गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं को दिए थे ताकि वो भारतीय सेना को अपनी 155 एमएम हॉविट्जर तोपें बेच सके। बाद में सोनिया गांधी पर भी बोफोर्स तोप सौदे के मामले में आरोप लगे जब सौदे में बिचौलिया बने इतालवी कारोबारी और गांधी परिवार के करीबी ओतावियो क्वात्रोकी अर्जेंटिना चले गए।

Posted By: Prabha Punj Mishra