गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को जेल जरूर भेजेंगे भले 15 साल लग जाए : राहुल गांधी
नई दिल्ली (आईएएनएस)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा उर्फ टेनी पर हमला करते हुए कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें जेल हो, भले ही 15 साल लग जाएं। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को अपनी जांच और सबूतों के आधार पर दावा किया कि अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने कई अन्य लोगों के साथ मिलकर किसानों की हत्या को अंजाम देने के लिए सुनियोजित साजिश की थी। यह घटना जानबूझकर की गई है। इस हादसे में कई किसानों की मौत हो गई थी जिसके बाद विपक्षी दल बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। यदि दबाव पड़ेगा तो आरोपी मंत्री इस्तीफा दे देंगे
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर राहुल गांधी ने बुधवार को कहा, यह एक साजिश है, यह कोई आकस्मिक घटना नहीं थी और यह बिल्कुल स्पष्ट है कि साजिश किसने और कैसे रची। हम (कांग्रेस) इस मामले पर संसद में चर्चा करना चाहते है। कांग्रेस आरोपी मंत्री के इस्तीफे की मांग करती है लेकिन केंद्र सरकार इस मामले पर बहस के लिए तैयार नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार पर लगातार दबाव बनाएंगे। यदि दबाव पड़ेगा तो आरोपी मंत्री इस्तीफा दे देंगे लेकिन मुद्दा यह है कि साजिश की गई है। किसान मारे गए हैं और आरोप लगाया जा रहा है कि इसमें केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। आरोपी मंत्री को पीएम माेदी अच्छी तरह से जानते हैं प्रधानमंत्री आरोपी मंत्री को अच्छी तरह से जानते हैं क्योंकि उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं लेकिन पीएम इस मुद्दे पर चुप हैं। उन्होंने कहा, 'एक तरफ प्रधानमंत्री किसानों से माफी मांगते हैं, वहीं दूसरी तरफ जब मृतक किसानों को मुआवजा देने की बात आती है तो वह मना कर देते हैं... और किसानों की पीट-पीट कर हत्या करने वाले कथित हत्यारे अभी भी कैबिनेट मंत्री बने हुए हैं। इसलिए कांग्रेस इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहती है लेकिन केंद्र सरकार हमें अनुमति नहीं दे रही है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कि मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, संसद में कोई चर्चा नहीं हो सकती है, राहुल गांधी ने कहा इस बयान में कोई तर्क नहीं है। चाहे कुछ भी हो जाए अजय मिश्रा को जेल भेजेंगे
आप जिस भी मुद्दे पर संसद में चर्चा करना चाहते हैं, आप उसे करने के लिए स्वतंत्र हैं। जब मैं लखीमपुर खीरी गया था, मैंने मृतक पीड़ितों के परिवारों से वादा किया था कि चाहे कुछ भी हो जाए, हम केंद्र सरकार पर दबाव बनाकर उन्हें न्याय दिलाएंगे। इसलिए बिना दबाव और संघर्ष के न्याय नहीं होगा।जैसे कांग्रेस ने शुरू से ही कहा था कि तीन 'काले कानून' (कृषि कानून) को निरस्त करना होगा, आखिरकार वापस ले लिए गए। इसी तरह मैं कह रहा हूं कि गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा देना होगा और हम सरकार पर तब तक दबाव बनाएंगे जब तक वह जेल नहीं जाते। चाहे 5, 10 या 15 साल लगें, हम मंत्री को तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक उन्हें जेल नहीं भेज दिया जाता है।