राहुल गांधी बोले केंद्र सरकार के फैसलों से मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और दुर्गा माता की शक्ति घटी
जम्मू (पीटीआई)। जम्मू के अपने दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को यहां एक पार्टी समारोह में कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दाैरान उन्होंने कहा आप सभी के बीच प्यार, भाईचारे और मिली-जुली संस्कृति की भावना मौजूद है। मुझे दुख है कि आरएसएस और भाजपा इस मिली-जुली संस्कृति को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'वे लोगों के बीच प्यार और भाईचारे पर हमला करते हैं और परिणामस्वरूप, उन्होंने आपका राज्य का दर्जा छीन लिया है। उन्होंने कहा कि यह पहले ही देखा जा चुका है कि अर्थव्यवस्था, पर्यटन और व्यवसायों को कैसे प्रभावित किया गया है। 5 अगस्त, 2019 को, केंद्र ने जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को समाप्त कर दिया था और इसे जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।
आर्थिक नीतियों और फैसलों ने देवी-देवताओं की शक्ति को 'कम' कर दिया
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि 'मैं कल माता वैष्णो देवी मंदिर गया था। वहां माता (पिंडियों) के तीन प्रतीक हैं- माता दुर्गा, माता लक्ष्मी और माता सरस्वती।' उन्होंने कहा कि देवी दुर्गा रक्षा करने वाली शक्ति का प्रतीक हैं, देवी लक्ष्मी प्राप्त करने की शक्ति देती हैं और देवी सरस्वती शिक्षा और ज्ञान की प्रतीक हैं लेकिन हमने देखा कि कैसे विमुद्रीकरण, कृषि कानून और वस्तु एवं सेवा कर जैसे फैसलों ने देवी दुर्गा की शक्ति को कम कर दिया। कैसे देश में स्कूलों और कॉलेजों में आरएसएस से जुड़े लोगों की नियुक्ति ने देवी सरस्वती को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों और फैसलों ने देवी-देवताओं की शक्ति को 'कम' कर दिया है। उन्होंने कहा, 'जब ये तीनों शक्तियाँ आपके घर और देश में होंगी, तो आपका घर और देश तरक्की करेगा।'यह हाथ इस बात का प्रतीक है कि आपको किसी चीज से नहीं डरना चाहिए
गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि जब आरएसएस या भाजपा के किसी व्यक्ति को शिक्षण संस्थानों में नियुक्त किया जाता है, तो देवी सरस्वती की शक्ति कम हो जाती है। अपने हाथ की ओर इशारा करते हुए, गांधी ने कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को भगवान शिव और गुरु नानक देव के साथ जोड़ा और कहा कि यह निडर होने का प्रतीक है। इसके साथ् ही कहा कि 'यह हाथ इस बात का प्रतीक है कि आपको किसी चीज से नहीं डरना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'भाजपा हर चीज से डरती है।' कांग्रेस नेता ने कार्यकर्ताओं से पार्टी को मजबूत करने के लिए कहा और सभा को 'जय माता दी' के नारे लगाने का आह्वान किया। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर को मिली-जुली संस्कृति का प्रतीक करार दिया। उन्होंने कहा, 'जम्मू पूरे जम्मू-कश्मीर का चेहरा है और समग्रता का प्रतीक है क्योंकि तत्कालीन राज्य के सभी क्षेत्रों के लोगों के पास जम्मू में घर हैं।'दावा किया कि सरकार के सभी विकास दावे खोखले हैं और आधार विहीन हैं
इसके अलावा कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि सरकार के सभी विकास दावे खोखले हैं और उनका कोई आधार नहीं है। पार्टी के जम्मू और कश्मीर के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने भी सभा को 'जय माता दी' का नारा लगाने के लिए कहा ताकि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद की यात्रा के लिए आशीर्वाद दिया जा सके। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उनकी माता वैष्णो देवी के गुफा मंदिर के दर्शन से शुरू हुई है। आजाद ने कहा कि दरबार चाल की प्रथा को खत्म कर दिया गया है और इससे जम्मू की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बेरोजगारी बढ़ी है और पर्यटन क्षेत्र को बड़ा झटका लगा है। इसके साथ ही गुलाम अहमद मीर ने कहा, 'लोगों को पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।