भारतीय टीम के दिग्‍गज बल्‍लेबाज रहे राहुल द्रविड़ ने मैदान के बाहर एक ऐसा काम किया। जिसे सुनकर आप खुश हो जाएंगे। द्रविड़ ने यूनवर्सिटी की मानद उपाधि को सिर्फ इसलिए मना कर दिया क्‍योंकि वह मेहनत से इसे हासिल करना चाहते हैं।


खुद ही रिसर्च करके हासिल करेंगे उपाधिपूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने एक बार फिर से मिसाल पेश की है। द्रविड़ ने इस बार एक ऐसा काम किया है जिसे करना सबके बस की बात नहीं। अपनी सादगी और कूल स्वभाव के लिए मशहूर द्रविड़ ने इस बार भी दिखा दिया कि जिस तरह से मैदान पर उनके उसूल सर्वोपरि थे ठीक उसी तरह मैदान के बाहर भी वो अपने नियमों के पक्के हैं। द वॉल के नाम से फैमस राहुल द्रविड़ ने बेंगलुरु विश्वविद्यालय की मानद डॉक्टरेट की उपाधि लेने से इनकार कर दिया। द्रविड़ ने इस उपाधि को लेने से इंकार करने के साथ ही कहा कि खेल के क्षेत्र में रिचर्स करके वो इस डिग्री को खुद हासिल करेंगे।द्रविड़ के फैसले को आप करेंगे सलाम
बता दें की, राहुल द्रविड़ बेंगलुरु में ही पले बढ़े हैं और यहीं से शिक्षा हासिल की है। राहुल द्रविड़ ने साल 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। फिलहाल वह इंडिया ‘ए’ और अंडर-19 टीम के कोच के रूप में युवा क्रिकेटरों की प्रतिभा को निखार रहे हैं। बेंगलुरु यूनिवर्सिटी ने 27 जनवरी को अपने 52वें दीक्षांत समारोह में द्रविड़ को मानद डॉक्टरेट डिग्री देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया।Cricket News inextlive from Cricket News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari