Raat Baaki Hai movie review: इस रात को रहने ही दें या बीत जाने दें, देखें नहीं
फिल्म : रात बाकी है
कलाकार : अनूप सोनी, राहुल देव, दीपनिता शर्मा, पॉली दाम
निर्देशक : अविनाश दस
ओटीटी : जी 5
रेटिंग : एक स्टार
क्या है कहानी
एक बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्री है वाणी चोपड़ा (दीपनिता), जिसका अपना एक अतीत है। कुछ ऐसा ही उसके बॉयफ्रेंड के साथ भी है। कार्तिक (अनूप) उसका बॉयफ्रेंड है और दोनों की सगाई राजस्थान के एक बड़े होटल में होती है। सगाई के तुरंत बाद वाणी का मर्डर हो जाता है, अब यह मर्डर किसलिए होता है। यही कहानी है। शक की सुई पूरी तरह से कार्तिक पर है। लेकिन क्या वाकई कार्तिक गुनहगार है। इस मर्डर की जांच राजेश अहलवात (राहुल देव) कर रहा है । कार्तिक अफरातफरी में वहां से भाग निकलता है और वह एक ऐसी हवेली जा पहुंचता है, जहाँ उसकी एक्स गर्ल फ्रेंड रहती है वासुकी (पॉली)। यहाँ पर कार्तिक के सामने एक बड़ा सच सामने आता है। अंत में कहानी में वही होता है, जो आप सोच रहे होते हैं। अगले सीन तक जाते-जाते आप अनुमान लगा चुके होते हैं कि आखिर कौन है असली खूनी। अफसोस इस बात का है कि सस्पेंस और थ्रिलर के नाम पर इन दिनों कहानी में जबरन सेक्स ऐंगल और रिवेंज एंगल ठूसा जा रहा है, जो बात बिल्कुल हजम नहीं होती है।
फिल्म का कम समय में खत्म हो जाना। अधिक अवधि की फिल्म नहीं होना ही इस फिल्म की सबसे बड़ी खूबी है क्या है बुरा
फिल्म में कोई अच्छे संवाद नहीं है, फिल्म क्यों आगे बढ़ रही है कैसे आगे बढ़ रही है, उसका कोई ओर-छोर नहीं है। फिल्म की कास्टिंग फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी है। आप निर्देशक की सोच से आगे सोचते हैं कि अगले सीन में कुछ तो अलग और अनोखा होगा। लेकिन कुछ भी नहीं होता है। रात बाकी है को एक सस्पेंस फिल्म मानना अच्छी सस्पेंस फिल्में बनाने वालों की तौहीन माना जाना चाहिए। ऐसे दौर में जबकि हम कई सारी फिल्में देख रहे हैं। हम अपने निर्देशकों से और अच्छी और अलग फिल्मों की ख्वाहिश रखते हैं। अदाकारी
अनूप सोनी अपने किरदार में बिल्कुल नहीं जमे हैं। उनका अभिनय बेहद कमजोर है। पॉली का काम अच्छा है। राहुल ने भी प्रभावित नहीं किया है। दिपनीता के लिए कुछ खास करने को नहीं था। वर्डिक्ट
निराश करेगी फिल्म। सस्पेंस थ्रिलर फिल्म सोच कर हरगिज न देखें। Review By: अनु वर्मा