तालिबान के ख़िलाफ़ लड़ाई को लेकर चर्चा में आईं मलाला यूसुफ़ज़ई की दुनियाभर में सराहना हो रही है लेकिन पाकिस्तान में एक कॉलेज का नाम मलाला के नाम पर किए जाने का कड़ा विरोध शुरू हो गया है.

स्वात में एक गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं ने कॉलेज का नाम मलाला यूसुफ़ज़ई के नाम पर किए जाने के ख़िलाफ़ क्लास का बहिष्कार किया, मलाला के पोस्टर फाड़े और पथराव भी किया. इन छात्राओं की चिंता है कि मलाला के नाम पर कॉलेज का नाम होने से उनका संस्थान चरमपंथियों के निशाने पर आ जाएगा.

स्वात के सैदू शरीफ़ गर्ल्स कॉलेज का नाम मलाला के नाम पर कर दिया गया है. नाराज़ छात्राओं ने मलाला पर भी आरोप लगाया और कहा कि वे इलाज के लिए पाकिस्तान छोड़कर ब्रिटेन चली गई हैं.

विरोध

इस साल अक्तूबर में मलाला को सिर में गोली मारी गई थी. वे इस समय ब्रिटेन में स्वास्थ्य लाभ कर रही हैं और उनकी स्थिति अब काफ़ी बेहतर है. स्वात के गर्ल्स कॉलेज का नाम बदले जाने से नाराज़ छात्राओं ने प्रिंसपिल से मुलाक़ात करके कॉलेज का नाम पहले जैसा करने की मांग की, लेकिन प्रिंसिपल ने ऐसा करने से इनकार कर दिया.

इससे नाराज़ छात्राओं ने मलाला के ख़िलाफ़ भी नारेबाज़ी की और उनकी तस्वीरों पर पत्थर फेंके. एक छात्रा शाइस्ता अहमद ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया, "हम ग़रीब हैं. मलाला तो ब्रिटेन चली गई हैं, लेकिन हमें इसका नतीजा भुगतना होगा."

स्थानीय अधिकारी नियाज़ अली ख़ान ने बताया कि छात्राओं ने अपना विरोध प्रदर्शन तब बंद किया, जब उनसे वादा किया गया कि उनकी मांग उच्च अधिकारियों तक पहुँचा दी जाएगी.


Posted By: Garima Shukla