पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से लिखी गई एक चिट्ठी को गुरुवार को सार्वजनिक किया है। प्रणब मुखर्जी ने इस चिट्ठी को जारी करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री की तरफ से लिखा गया यह पत्र मेरे दिल को छू गया। ये चिट्ठी प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति को 24 जुलाई को लिखी थी।

दो पन्नों की है यह चिठ्ठी
पूर्व राष्ट्रपति ने पीएम मोदी द्वारा उन्हें लिखी चिट्ठी को ट्विटर पर शेयर की है। प्रणब मुखर्जी ने ट्वीट किया है, “राष्ट्रपति के तौर पर कार्यालय में मेरे आखिरी दिन मुझे पीएम नरेंद्र मोदी की चिट्ठी मिली जिसने मेरा दिल छू लिया! आप सबसे साझा कर रहा हूं।” पीएम मोदी ने पत्र में तत्कालीन राष्ट्रपति को “प्रिय प्रणब दा” कहकर संबोधित किया है। दो पन्नों के इस पत्र पर 24 जुलाई 2017 की तारीख है। पीएम मोदी ने पत्र में प्रणब मुखर्जी को उनके “विशिष्ट जीवन यात्रा के नए चरण” के लिए शुभकामना दी है।
पिता समान हैं प्रणब दा
पीएम मोदी ने लिखा है, “तीन साल पहले मैं जब नई दिल्ली आया तो मैं बाहरी था। मेरे सामने बड़ा और चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। इस दौर में आप मेरे लिए पितृतुल्य और मार्गदर्शक रहे। आपकी मेधा, ज्ञान दिशा-निर्देश और निजी स्नेह से मुझे आत्मविश्वास और शक्ति मिली।” पीएम मोदी ने पत्र में विभिन्न मुद्दों पर प्रणव मुखर्जी के ज्ञान और दृष्टि की तारीफ की है। पीएम मोदी ने लिखा है, “आपके अथाह ज्ञान के बारे में सबको पता है। चाहे वो राजनिति हो या अर्थशास्त्र या विदेश नीति या राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हों, मैं विभिन्न विषयों से जुड़ी आपकी अंतरदृष्टि से सदैव चकित होता रहा हूं।”

On my last day in office as the President, I received a letter from PM @narendramodi that touched my heart! Sharing with you all. pic.twitter.com/cAuFnWkbYn

— Pranab Mukherjee (@CitiznMukherjee) 3 August 2017


अलग-अलग सोच, फिर भी एक
पीएम मोदी ने पत्र में इस बात को भी रेखांकित किया है कि वो और प्रणब मुखर्जी अलग-अलग राजनीतिक दलों और जीवनधाराओं से यहां तक पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने लिखा है, “प्रणब दा, हमारी राजनीतिक यात्रा अगल-अलग राजनीतिक दलों के माध्यम से हुई है। कई मौकों पर हमारी विचारधारा अलग रही है। हमारे जीवन अनुभव भी भिन्न हैं। मेरे पास केवल मेरे राज्य का प्रशासनिक अनुभव था जबकि आपके पास कई दशकों का राष्ट्रीय राजनीति और नीति का अनुभव था, फिर भी हम आपसी सामंजस्य के साथ काम कर पाए।”
प्रणब जी ने राजनीति नहीं समाजसेवा की
पीएम मोदी ने पत्र में प्रणब मुखर्जी को उस पीढ़ी का नेता बनाया है जिसके लिए राजनीति का मकसद समाजसेवा थी। प्रणब मुखर्जी को पीएम मोदी ने भविष्य के लिए शुभकामनाएं देने के साथ ही लिखा है, “राष्ट्रपति जी, ये मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे आपके प्रधानमंत्री के तौर पर काम करने का अवसर मिला।”
25 जुलाई को रामनाथ कोविंद ने देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर पद की शपथ ली। कोविंद ने चुनाव में कांग्रेस समेत 17 दलों की उम्मीदवार मीरा कुमार को हराया।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari