किक मारो और फुटबॉल से बिजली पैदा होगी
फुटबॉल भी बिजली जनरेटर भी'सॉकिट' नाम की यह फुटबॉल दरअसल एक जनरेटर है. इससे खेलने वालों को मजा तो आएगा, साथ ही बिजली भी मिलेगी. सॉकिट में गति की ऊर्जा को इस्तेमाल किया गया है, जो किसी ऑफ ग्रिड स्त्रोत की तरह काम करती है. इस फुटबॉल के अंदर एक पेंडुलम का इस्तेमाल किया गया है जिससे फुटबॉल की गति बैटरी से जुड़े जनरेटर को चलाती है.आधे घंटे से तीन घंटे एलईडी जलेगी
फुटबॉल से आधे घंटे खेलने से इतनी ऊर्जा एकत्र हो जाती है, जो किसी एलईडी लाइट को तीन घंटे तक जलाए रखने के लिए पर्याप्त है. दुनियाभर में तीन अरब लोग फुटबॉल खेलते हैं और इतने ही लोग बिना बिजली के जीवन बिताने को मजबूर हैं. इस फुटबॉल का डिजाइन जेसिका ओ मेथ्यूज ने इसे कॉलेज के प्रोजेक्ट के रूप में तैयार किया था. यह फुटबॉल अगले साल तक बाजार में उपलब्ध होगी. इसके बाद कम से कम आपात स्थिति में तो लोग अपने लिए खुद ही बिजली बनाएंगे.