बजट सत्र को शांतिपूर्वक चलाने के लिए देश के प्रधानमंत्री ने आज एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है।इस बैठक में प्रमुख राजनीतिक दलों के लोकसभा और राज्यसभा के नेता भाग लेंगे। 23 फरवरी से आरंभ हो रहा यह बजट सत्र 18 मार्च तक चलेगा। माना जा रहा है कि पठानकोट आतंकी हमले और जेएनयू विवाद जैसे मुद्दों को विपक्षी दल द्वारा उठाए जा सकते हैं। जिससे बजट सत्र डिस्‍टर्ब हो सकता है।


समय का ख्याल रखें
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक सभी प्रमुख दलों के नेताओं की एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। जिसमें इसमें भाग लेने के लिए सभी दलों के नेता पहुंच रहे हैं। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने यह बैठक अगले सप्ताह आरंभ हो रहे बजट सत्र को सुचारु रुप से चलाने के लिए बुलाई है। इसमें वह चाहते इस दौरान कोई विपक्षी दल इसमें दूसरे मुद्दे उठाकर इसके समय को जाया न करें। उनका मानना है कि बीते दो सत्र कई प्रमुख मुद्दों पर हुए हंगामे की भेंट चढ़ गए थे, जो कि ठीक नहीं था। ऐसे में वह इस बार इसके शांति पूर्वक सुचारु रूप से चलाना चाहते हैं। जिससे 23 फरवरी से आरंभ होकर 18 मार्च तक चलने वाले इस बजट सत्र पर पूरे देश की निगाहे टिंकी रहेंगी। जिसमें 25 फ़रवरी को रेल बजट और 29 फ़रवरी को आम बजट पेश किया जायेगा। ऐसे मुद्दे उठ सकते


वहीं सूत्रों की माने तो इधर पिछले कुछ दिनों से देश में अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन का मामला चर्चा में है। इसके अलावा पठानकोट आतंकी हमले को लेकर भी विपक्ष बराबर आवाज उठा रहा है। इसके अलावा जेएनयू विवाद जैसे कई मुद्दों के विरोधी दलों द्वारा संसद में उठाए जाने की प्रबल संभावना है। जिसको लेकर सरकार चिंतित है। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस का कहना है कि वर्तमान सरकार टकराव की मुद्रा में है। इसके अलावा यह भी साफ है कि वह दूसरे दलों को भरोसे में लेने में नाकाम रही है। उसने अपने वादे नहीं पूरे किए हैं। गरीबों और आम आदमी से जुडे मुद्दों को उठाने जैसा कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया।

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Posted By: Shweta Mishra