गद्दाफी सस्ता करेंगे पेट्रोल!
लीबिया में चल रही जंग के बीच मुअम्मर गद्दाफी के फ्यूचर पर कंफ्यूजन बरकरार है, लेकिन गद्दाफी अगर लीबिया छोड़ देते हैं तो कई देशों को फायदा हो सकता है. गद्दाफी का डाउनफॉल शायद उन सभी लोगों के लिए एक अच्छी खबर ला सकता है जो इस समय पेट्रोल के बढ़ते दामों से खासे परेशान हैं. Oil export पर असर पड़ेगा
मार्च तक लीबिया दुनिया का 12वां ऐसा देश था जहां से सबसे ज्यादा क्रूड ऑयल दुनिया को एक्सपोर्ट किया जाता था. मार्च में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद से यहां से होने वाले ऑयल एक्सपोर्ट पर काफी गहरा असर पड़ा है. विद्रोहियों की सेना ने जाबिया के ऑयल रिफाइनिंग और ब्रेगा में प्रोसेसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपना कब्जा कर लिया है. एक्सपट्र्स का कहना है कि इन सिचुएशंस में लीबिया में ऑयल प्रोडक्शन बढ़ेगा. उम्मीद है कि दुनिया भर के मार्केट्स में क्रूड ऑयल के दाम गिर सकते हैं क्योंकि लीबिया में ऑयल प्रोडक्शन में उम्मीद से ज्यादा सुधार होगा. यहां तक की यूएस इकॉनमी के लिए भी यह काफी फायदेमंद होगा. सोमवार को लंदन, अमेरिका में इसका असर देखने को मिला. यहां पर क्रूड ऑयल के दामों में गिरावट देखी गई. क्या भारत में भी मिलेगी राहत
भारत में इस समय सभी लोग पेट्रोल के बढ़ते दामों से काफी परेशान है. दुनिया भर में कम होते क्रूड ऑयल का असर भारत पर भी पड़ेगा. भारत करीब 80 परसेंट क्रूड ऑयल बाहर से इंपोर्ट करता है. अमेरिका में ब्रेनेट क्रूड में करीब 35 परसेंट तक की गिरावट देखी जा चुकी है. ऐसे में यह उम्मीद भी लगाई जा सकती है कि भारत में भी पेट्रोल सस्ता हो सकेगा.त्रिपोली पर अभी हमारा कब्जागद्दाफी का बेटा सैफ अल इस्लाम एक बार फिर लोगों के सामने आया है. इसके पहले सोमवार को विद्रोहियों ने दावा किया था कि सैफ उनकी गिरफ्त में है. सैफ ने विद्रोहियों को चैलेंज करते हुए कहा कि त्रिपोली पर अभी भी सरकार का कंट्रोल बरकरार है. अल अरबिया चैनल पर इंटरव्यू के दौरान सैफ ने कहा कि विद्रोहियों ने न त्रिपोली पर कब्जा किया था और न कर पाएंगे. लीबिया की आर्मी ने विद्रोहियों की रीढ़ तोड़ कर दी है. हालांकि सामने आते ही सैफ एक बार फिर नाटकीय अंदाज में गायब हो गया.सुरंग में गद्दाफी!
गद्दाफी के बारे में भी अभी तक कोई खबर नहीं मिल पा रही है. कहा जा रहा है कि गद्दाफी 2000 मील लंबी एक सुरंग में छिपा हुआ है. यह सुरंग लीबिया के लिए काफी ऐतिहासिक है और इसे 1908 में बनाया गया था. वहीं दूसरी ओर लीबिया में लड़ाई अब अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंचती नजर आ रही है. सोमवार रात जहां नाटो के जेट्स ने त्रिपोली में गद्दाफी बमबारी की तो वहीं विद्रोहियों ने भी हमले तेज कर दिए हैं.