Petra Kvitova is the new Queen of Wimbledon after outclassing Maria Sharapova in straight sets to lift the title.The Czech shunted the 2004 champion into the role of bridesmaid on Centre Court courtesy of a 6-3 6-4 result which more than justified her excellent performance.


चेक रिपब्लिक की पेट्रा विटोवा ने शनिवार को विंबलडन के रूप में अपने पहले ग्रैंडस्लैम पर कब्जा जमाया. फाइनल मुकाबले में आठवीं सीड विटोवा ने चौथी सीड रूस की शारापोवा को 6-3, 6-4 से शिकस्त देकर दूसरा विंबलडन टाइटल जीतने का उनका ख्वाब चूर-चूर कर दिया. पेट्रा विंबलडन में जीत दर्ज करने वाली चेक की तीसरी वुमेन प्लेयर हैं. इससे पहले नौ बार चैंपियन रहीं मार्टिना नवरातिलोवा और जाना नोवोत्ना भी रॉयल बाक्स में मौजूद थीं.रूस की पूर्व विंबलडन विजेता और पांचवी वरीयता प्राप्त मारिया शारापोवा के लिए फ़ाइनल मुक़ाबला बेहद निराशाजनक रहा.2004 में विंबलडन जीतने वाली शारापोवा को मैच के पहले तक प्रबल दावेदार माना जा रहा था. लेकिन शनिवार को हुए इस मैच में शारापोवा को उनकी ख़ुद की सर्विस ने ख़ासा निराश किया. क्विटोवा ने मैच में कई बार शारापोवा की सर्विस ब्रेक की और उन्हें तीसरे और निर्णायक सेट में जाने नहीं दिया.


हालांकि मैच के शुरूआती भाग में क्विटोवा की भी सर्विस ब्रेक हुई थी लेकिन उन्होंने जल्द ही मैच में वापसी कर ली और अपने तेज़ फ़ोरहैंड के चलते शारापोवा को लय में नहीं आने दिया.

दोनों सेटों में शारापोवा के पास भी कई ब्रेक पॉइंट आए लेकिन आख़िरकार पेट्रा ने अपनी सर्विस बरकरार रखी. साल 2010 में विंबलडन टेनिस प्रतियोगिता में महिलाओं का एकल ख़िताब अमरीका की सरीना विलियम्स ने जीता था.

Posted By: Kushal Mishra