भूतनी का खौफ, शाम होते ही घरों में कैद हो जाते हैं लोग
डर से घर से निकलना हुआ दूभर
राजस्थान में दौसा जिले के एक छोटे से गांव उदयुपुरा में लोग बेहद भयभीत हैं। इन ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव को भूत प्रेतों ने कब्जे में ले लिया है। इस का आतंक इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि शाम का छुटपुटा छाते ही लोग अपने घर से बाहर जाने में कतराते हैं और अंधेरा होने के बाद तो जरूरी काम भी टाल दिये जाते हैं। इसके बावजूद गांव वाले रात को सुकून से सो नहीं पाते और अध जागी कच्ची नींद में सोते हैं जिसकी वजह से कई लोगों का दावा है कि उन्हें रात भर अजीब आवाजें सुनाई देती हैं।
नदी में डुबो-डुबो कर भगाते हैं भूत-प्रेत
80 मौतों का दावा
गांव वालों का दावा है कि भूतों ने गांव के करीब 80 लोगों की हत्या कर दी है। यही वजह है कि भूत बाधा दूर करने के लिए प्रसिद्ध मेंहदीपुर बालाजी के करीब बसे इस गांव के लोगों ने अब फैसला किया है कि वे मेंहदीपुर से किसी तांत्रिक या गायत्री ध्यान संस्थान के एक गुरूजी से मदद लेने जायेंगे और उनसे भूत प्रेतों से निजात दिलाने का अनुरोध करेंगे। गांव के लोगों का ये भी कहना है कि मरने वाले को भूत इस तरह मारते हैं कि उसे डाक्टर को दिखाने का समय भी नहीं मिलता।
गुरूजी ही हैं आफत के जिम्मेदार
गायत्री ध्यान संस्थान के गुरूजी के पास जाने का एक कारण ये भी है कि ग्रामीणों के अनुसार इस आफत की शुरूआत की वजह भी वो ही हैं। उन्होंने ही एक महिला के ऊपर से प्रेत बाधा हटाने के लिए गांव के शमशान में तंत्र मंत्र शुरू किए थे लेकिन गांव के लोगों की भीड़ इकठ्ठी होने के कारण साधना भंग हो गयी। गांव वालों का कहना है कि उसके बाद से गांव में प्रेतों का प्रकोप शुरू हो गया। इस वजह से लगता है कि शमशान की बुरी आत्मायें जाग गयी हैं। Weird News inextlive from Odd News Desk