भारत का इकलौता शहर, जहां नहीं चलते रुपये पैसे...
राजनीति भी नहीं चलती
आज जिस समय पूरे देश में लोग हाल ही में 500 और 1000 की नोट बंदी से बेहाल हो रहे हैं। वहां पर ऑरोविले जैसी जगहों के बारे में लोग सुनकर हैरान तो होंगे ही। लोगों को पहले तो यह जानकर यकीन ही नहीं होगा कि यहां पर नोट बंदी का कोई असर नही है। इसके पीछे वजह यह है कि ऑरोविले में रुपये पैसे नहीं चलते हैं। चेन्नई से करीब 150 किलोमीटर दूर इस इलाके में राजनीति भी नहीं चलती है। यह इलाका देश का ऐसा इकलौता इलाका है। जहां पर राजनीति से लेकर रुपये पैसे किसी चीज की लोगों को जरूरत नही हैं। सबसे खास बात तो यह है कि यहां पर रहने वाले लोग बड़े प्रेम से एक दूसरे के साथ रह रहे हैं। ऑरोविले में करीब 50 देशों के अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं। यहां पर दूध और फल का उत्पादन काफी बड़े स्तर पर होता है।
यहां भी क्िलक करें: जींस पहनने से लेकर च्युइंगम तक सबकुछ बैन, ऐसी हैं ये 10 जगहें
शहर काफी खूबसूरत
यह शहर काफी खूबसूरत हैं। यह इलाका चारो ओर से हरियाली से घिरा है। अब स्वाभाविक है कि इतना पढ़ने के बाद आप इसके बारे में यह जरूर जानना चाह हो रहे होंगे कि यह आखिर इस जगह को किसने बनाया है। तो जान लें इसे फ्रांस के रहने वाली मीर अल्फासा ने इस जगह को इतना सुंदर बनाया है। यहां पर लोगों के अपने निजी मकान नही हैं। ऑरोविले के लोग एक साथ मिलकर 160 हेक्टेयर में 15 फार्मों पर काम करते हैं। सबसे खास बात तो यह है कि यहां के निवासी एक दूसरे को उसकी जरूरत का सामान देने में पीछे नहीं रहते हैं। यहां रहने वाले करीब 2400 लोग एक दूसरे की मदद भी खूब करते हैं। उन्हें देश और दुनिया की बातों से कोई मतलब नही होता है। इनकी आपसी प्रेम एक मिसाल माना जाता है।
यहां भी क्िलक करें: बेटी को लेने आए फरिश्ते के साथ मां ने ली सेल्फी