यूक्रेन में रूसी समर्थकों और सरकार के बीच जारी संघर्ष में रूस द्वारा यूक्रेन में ट्रकों के भेजे जाने से पूरे विश्‍व में राजनीति गर्मा गई है. अमेरिकी सहित कई अन्‍य राष्‍ट्रों द्वारा दवाब डालने के बाद रूस ने अपने ट्रकों को वापस बुला लिया है. इसके साथ ही जर्मनी चांसलर एंजेला मर्केल यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच गई हैं.


रूस के ट्रक वापस आना शुरूयूक्रेन में बिना अनुमति के 220 रूसी ट्रकों के घुसने से पूरे विश्व में खलबली मच गई है. रूस के अनुसार यह ट्रक मानवीय मदद के आधार पर भेजे गए थे लेकिन अमेरिका के रूस को अपने ट्रकों को वापस बुलाने पर जोर दिया. अमेरिकी एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि रूस ने अपने ट्रकों को यूक्रेन में भेजकर इस देश की प्रभुसत्ता को ठेस पहुंचाई है. इसके अलावा सूत्रों से यह भी पता चला है कि रशियन सैनिक यूक्रेन के लोगों पर गोलियां चला रहे थे. यूक्रेन ने कहा सीधा हमला


यूक्रेन की सरकार ने रूस के इस कदम को देश के खिलाफ सीधा हमला बताया है. इसके साथ ही सरकार ने कहा कि इससे अंतरराष्ट्रीय रिस्पॉंस उत्पन्न होगा. नाटो फोर्सेस के अनुसार इस बात के पूरे सुबूत मिल रहे हैं कि रूस विद्रोहियों को मॉस्को को एयर सपोर्ट दे रहा है. इसी बीच जर्मनी चांसलर एंजेला मर्केल यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच गई हैं. ट्रकों में था खाना और पानी

रशियन मीडिया के अनुसार इस इन ट्रकों में डिब्बा बंद खाना है और पानी की बोतले हैं जो यूक्रेन में युद्ध से प्रभावित लोगों की मदद के लिए पहुंचाए जा रहे थे. इसका सुबूत देने के लिए कुछ टीवी चैनल ट्रकों से खाने का सामान अनलोड होते और आम लोगों में वितरित होते हुए भी दिखा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पेंटागन प्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि हमारे पास इस चीज की क्लियर पिक्चर्स अवेलेबल नही हैं कि उन ट्रक्स में क्या था. लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों के विरोध में है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra