राष्ट्रीय खेल: पांचवा दिन बिहार तो छठा दिन रहा राजस्थान के नाम
छठे दिन किसने जीता क्या
ट्रैप स्पर्द्धा में पदक से चूकीं शगुन ने इस बार 93 के कुल स्कोर के साथ खिताब जीता. सेना की वर्षा तोमर 91 के स्कोर के साथ रजत और बिहार की श्रेयसी सिंह (81) ने कांस्य पदक हासिल किया. महिलाओं की 50 मी. राइफल थ्री पोजिशन स्पर्द्धा में केरल की ए सुसान कोशी चैम्पियन बन गईं. महाराष्ट्र की राही सरनोबत ने 25 मी. पिस्टल स्पर्द्धा का खिताब जीता. लॉन बॉल में महिला युगल में शशि छाबरा व बी. नोशीर फ्रे मजी ने शानदार प्रदर्शन कर दूसरा स्थान हासिल किया. स्पर्द्धा का स्वर्ण पदक दिल्ली ने जीता, जबकि कांस्य पदक बिहार व झारखण्ड ने जीता.
पांचवें दिन पर एक नजर
इनके अलावा नवरत्न मोहता, प्रोबीर, मनोज शर्मा व अमरनाथ झा की चौकड़ी ने मेंस फोर स्पर्द्धा का रजत पदक अपने नाम किया. यहां पश्चिम बंगाल की टीम खिताब जीतने में सफल रही. तीरंदाजी की मिश्रित युगल स्पर्द्धा मे राजस्थान के रजत चौहान व स्वाति ने सेमीफाइनल में एंट्री ले ली. वहीं बात करें बुधवार के ख्ोलों की तो राष्ट्रीय खेलों की 35वीं पारी के पांचवें दिन बिहार का खाता खाता खुला था. बिहार को लॉन बॉल में एक रजत व एक कांस्य पदक के साथ कुल दो पदक और शूटिंग में एक पदक मिला. इसी के साथ अब तक पदक तालिका में सबसे नीचे चल रहा बिहार तीन पदक जीतने के बाद अब 24वें नंबर पर जाकर काबिज हो गया है.
लॉन बॉल में क्या रहा खास
खेले गये खेलों में लॉन बॉल के पुरुष एकल के फाइनल मुकाबले में प्रिंस महतो को झारखंड के सुनील बहादुर ने 21-4 से शिकस्त दी. इससे उसे रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा. इनके साथ ही महिलाओं की युगल स्पर्धा के सेमीफाइनल मुकाबले में बिहार की अनवारी खातून व सुनीता कुमारी की जोड़ी को दिल्ली की मनु कुमारी पाल व पिंकी की जोड़ी के हाथों 14-21 से शिकस्त मिली.
निशानेबाजी का सच
इनके साथ ही निशानेबाजी में बिहार को श्रेयसी सिंह से जैसी उम्मीद की गई थी, वह उस पर पूरी तरह से तो खरी नहीं उतर सकीं, लेकिन पदक जीतने में सफल रहीं. श्रेयसी (81 अंक) ने महिला के डबल ट्रैप स्पर्धा में कांस्य पदक झटका. इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक राजस्थान की शगुन चौधरी ने जीता. वहीं रजत पदक सर्विसेज की वर्षा हीना ने जीता. इसके अलावा तीरंदाजी के कंपाउंड राउंड महिला टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बिहार को असफलता ही हाथ लगी. वह मणिपुर के 219 अंक के मुकाबले 214 अंक बनाकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं.