ज़रा सोचिए कि आप हवाई जहाज़ मे सफ़र कर रहे हों और उस विमान का पायलट अचानक बीमार पड़ जाए तो क्या आप उस जहाज़ को ज़मीन पर उतार पाएंगे?


इन्हीं परिस्थितयों में यानी विमान के पायलट के अचानक बीमार हो जाने के बाद एक यात्री ने जहाज़ को सफलतापूर्वक हवाई अड्डे पर उतारा है.घटना उस समय घटी जब विमान चालक की अचानक तबीयत ख़राब हो गई और वो विमान को उड़ाने की स्थिति में नहीं था. इन स्थितियों में विमान से एक आपात संदेश हंबरसाइड हवाई अड्डे को भेजा गया. इसके बाद पुलिस, अग्निशमन और एम्बुलेंस कर्मचारियों को सतर्क कर दिया गया.इस दौरान दो उड़ान प्रशिक्षक उस यात्री को विमान को नीचे लाने का निर्देश देते रहे.इनमें से एक प्रशिक्षक रॉय मरे ने बताया कि इस यात्री को उड़ान का कोई अनुभव नहीं था और उन्होंने ‘उल्लेखनीय काम’ किया.उल्लेखनीय कामहवाई अड्डे पर लोगों को विमान उड़ाने का प्रशिक्षण देने का काम करने वाले मरे ने कहा, "वास्तव में उन्होंने काफ़ी अच्छी लैंडिंग की.


"यात्री को हवाई जहाज़ के लेआउट का पता नहीं था, रात का समय था, उसमें रोशनी भी नहीं थी तो एक तरह से विमान नेत्रहीन था.""मुझे लगता है कि उन्होंने इससे पहले सिर्फ़ एक बार उड़ान भरी थी, वो भी यात्री के रूप में, लेकिन इससे पहले कभी हवाई जहाज़ नहीं उड़ाया."

मरे ने आपात स्थितियों में विमान उड़ा रहे इस यात्री को विमान उतारने की प्रक्रिया के बारे में समझाया और उन्हें शांत रखने की कोशिश की.इस दौरान, आपातकालीन सेवाएं और हंबरसाइड हवाई अड्डे की पुलिस, आग और एम्बुलेंस कर्मचारियों को रनवे पर बुला लिया गया.सतर्कतामरे बताते हैं कि जब विमान अपनी चौथी कोशिश में सुरक्षित उतरा तो हवाई अड्डे के नियंत्रण कक्ष में तालियां बजने लगीं. "ये जानकर कि आपने किसी का जीवन बचाया है, तो इस तरह का अनुभव बेहद शानदार होता है. "प्रशिक्षक बताते हैं कि यात्री से अगर बात न की गई होती तो वो विमान ज़मीन से टकरा जाता और उसका वहीं अंत हो जाता.स्टुअर्ट साइक्स बताते हैं कि किस तरह से विमान ज़मीन पर उतरा, "विमान नीचे उतरने की प्रक्रिया में पहले आगे की ओर से ज़मीन से टकराया, फिर पीछे की ओर से और इसके बाद मैनें विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की आवाज़ सुनी, दरअसल वो सामने से टकराया और ठहर गया. ""उस दौरान कुछ चिंगारियां दिखाई दी, लगता है कि प्रोपेलर फ़र्श से टकरा रहा होगा, जिसके चलते विमान झटके ले रहा था, लेकिन आख़िरकार वो रुक गया.

विमान में उस वक़्त सिर्फ़ पायलट और वही यात्री थे. इस विमान ने सैंडफोट एयरफ़ील्ड से उड़ान भरी थी.
पायलट की हालत के बारे में जानकारी नहीं दी गई है.नॉर्थ लिंकनशायर हवाई अड्डे की ओर से कहा गया है कि इस दौरान एक आपात योजना को लागू किया गया. हवाई अड्डे के आस-पास की सड़कों को बंद कर दिया गया लेकिन बाद में इन्हें फिर से खोल दिया है .विमान को अब उड़ान पट्टी से हटा दिया गया था, जबकि एबरडीन और एम्सटर्डम से दो आने वाली उड़ानों में देरी हुई है.

Posted By: Subhesh Sharma