पराग अग्रवाल बने टि्वटर के नए CEO, दुनिया की दिग्गज कंपनियों के 'बाॅस' हैं ये 7 भारतीय
वाशिंगटन (एएनआई)। मुंबई से आईआईटी पास आउट पराग अग्रवाल को ट्विटर का नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया गया है। जैक डोर्सी के अचानक इस्तीफे के बाद स्टैनफोर्ड से पीएचडी करने वाले 37 वर्षीय पराग तुरंत माइक्रोब्लॉगिंग साइट के सीईओ का पदभार संभालेंगे। अग्रवाल गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला और आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्ण की लिस्ट में शामिल हो गए हैं, जो दुनिया की दिग्गज टेक कपंनियों के बाॅस हैं।
कौन-कौन है लिस्ट में शामिल
इनके अलावा माइक्रोसॉफ्ट द्वारा कंपनी का अधिग्रहण करने के बाद राजीव सूरी को अप्रैल 2014 में नोकिया के अध्यक्ष और सीईओ के रूप में पदोन्नत किया गया था। जबकि शांतनु नारायण 2007 से एडोब के सीईओ के रूप में कार्य कर रहे हैं, सैनडिस्क की सह-स्थापना भारतीय-अमेरिकी व्यवसायी संजय मेहरोत्रा ने की थी। निवेश फर्म सॉफ्टबैंक के पूर्व सीईओ निकेश अरोड़ा अब सुरक्षा फर्म पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के अध्यक्ष और सीईओ के रूप में प्रमुख हैं।
पराग ने आईआईटी बाम्बे से की पढ़ाई
37 साल के पराग भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई के पूर्व छात्र हैं, जहां उन्होंने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया। वह आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए, कैलिफोर्निया स्थित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। इसके अलावा, पराग 2011 में ट्विटर से जुड़े। इससे पहले, उन्होंने कुछ समय के लिए माइक्रोसॉफ्ट, एटीएंडटी और याहू में काम किया। तीनों कंपनियों में उनका काम ज्यादातर रिसर्च ओरिएंटेड था। शुरुआत में, उन्होंने ट्विटर पर विज्ञापन से संबंधित उत्पादों पर काम किया, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी काम करना शुरू कर दिया।
इससे पहले, डोर्सी ने घोषणा की कि वह ट्विटर के सीईओ के रूप में इस्तीफा दे रहे हैं और अग्रवाल उनकी जगह ले रहे हैं। डोर्सी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया, "इस कंपनी को बदलने में मदद करने वाले हर महत्वपूर्ण निर्णय के पीछे पराग रहा है। वह जिज्ञासु, जांच करने वाला, तर्कसंगत, रचनात्मक, मांग करने वाला, आत्म-जागरूक और विनम्र है।'