पाकिस्‍तान ने एक बार फ‍िर गंदी रणनीति खेलने की शुरुआत कर दी है. एक ओर तो पाक की ओर से खुद सीमा पर लगातार संघर्षविराम का उल्‍लंघन किया जा रहा है और दूसरी ओर उल्‍टा भारत पर आरोप लगा रहा है कि सीमा पर भारत के सैनिक अमन चैन तोड़ने का काम कर रहे हैं. ऐसे में पाक को भारत के अनचाहे गुस्‍से का सामना करना पड़ सकता है.

गोलीबारी में गई पांच भारतीयों की जान
उधर, भारतीय अधिकारियों के अनुसार जम्मू और पुंछ सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर भारी गोलीबारी अभी भी जारी है और इस गोलीबारी में भारत की तरफ पांच ग्रामीण मारे गए हैं और 34 लोग घायल हुए हैं. इसकी भारत ने कड़ी निंदा की गई है. वहीं पाकिस्तान का भी कहना है कि भारतीय बलों की गोलीबारी में उसके तरफ चार नागरिक मारे गये हैं.
पाक के बबुनियादी आरोप
नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम तेज होने के बीच पाकिस्तान ने आज भारत पर आरोप लगाया कि वह सीमा पर अमन चैन बनाये रखने के प्रयासों को तोड़ रहा है. ऐसे में पाक ने उल्टा भारत को हिदायत दे डाली है कि उसे अपने बलों को रोकना चाहिए. राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के हालात पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा, भारत सरकार पाकिस्तान की ओर से कूटनीतिक स्तर पर पुरजोर विरोध दर्ज कराने के बावजूद अपने बलों को रोक नहीं पाई है.
 
'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे'
उन्होंने एक बयान में कहा कि हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि संघर्ष विराम उल्लंघन और गोलीबारी तत्काल रोकी जाए और हमें अमन-चैन बनाने में मदद करें. अजीज ने दावा किया कि पाकिस्तान सरकार अत्यंत संयम बरत रही है और जिम्मेदाराना बरताव कर रही है. उन्होंने कहा, 'हमने भारत की तरफ दोस्ती का हाथ भी बढाया. हालांकि विदेश सचिव स्तर की बातचीत अचानक से रद्द करके भारतीय पक्ष ने शांति के हमारे सभी प्रयासों को अस्वीकार कर दिया. हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय पक्ष शांति कायम होने के मौके का लाभ उठाएगा.'
 
'अक्सर करते हैं बैठक की मांग'
अजीज ने कहा, क्षेत्र और दोनों देशों की जनता के व्यापक हित में नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा (वर्किंग वाउंड्री) पर संघर्ष विराम कायम किया जाना चाहिए. हम अकसर डीजीएमओ के बीच हॉटलाइन जैसे उपलब्ध माध्यमों के पूरी तरह इस्तेमाल और सेक्टर कमांडरों की बैठक की मांग करते रहे हैं. उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से नियंत्रण रेखा और वर्किंग वाउंड्री पर अमन चैन बनाने के हमारे सभी प्रयासों को भारत की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिला. उनके मुताबिक, एनएमओजीआईपी (भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह) को भी नियंत्रण रेखा और वर्किंग बाउंड्री पर अमन चैन बनाये रखने के लिए संघर्ष विराम पर निगरानी में उसकी आवश्यक भूमिका निभाने के लिहाज से समर्थ बनाया जाना चाहिए.

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Posted By: Ruchi D Sharma