पाकिस्तान : इमरान का 'समय' खत्म, मौलाना ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
इस्लामाबाद (पीटीआई)। पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले मौलवी-सह-राजनीतिज्ञ मौलाना फजलुर रहमान ने सोमवार को कार्रवाई को लेकर चर्चा करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह इसलिए बुलाई गई है क्योंकि जो समय सीमा उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्तीफा देने के लिए निर्धारित किया था, वह अब समाप्त हो गई है। बता दें कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में इस वक्त दस हजार से अधिक लोग सड़कों पर उतर आए हैं और इमरान खान के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन का नाम 'आजादी मार्च' दिया गया है। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल नेता रहमान ने कहा कि प्रधानमंत्री को सत्ता से बाहर करने के लिए आंदोलन जारी रहेगा और जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक वह पीछे नहीं हटेंगे। एक सौदा करने का प्रयास
रहमान के विरोध प्रदर्शन को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी), पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी, कौमी वतन पार्टी, नेशनल पार्टी और अवामी नेशनल पार्टी ने समर्थन दिया है। सोमवार यानी कि आज यह सभी पार्टियां रहमान के साथ एक बैठक करेंगी और इमरान के इस्तीफे को लेकर आगे का रास्ता तय करेंगी। हालांकि, डॉन न्यूज ने बताया कि पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो-जरदारी और पीएमएल-एन के प्रमुख शहबाज शरीफ सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं। वहीं, प्रधानमंत्री खान ने प्रदर्शनकारियों के इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया है और कहा है कि प्रदर्शन पीएमएल-एन और पीपीपी के शीर्ष नेताओं की रिहाई के लिए एक सौदा करने का प्रयास है जो वर्तमान में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण जेलों में बंद हैं।पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ सड़कों निकाली गई बड़ी रैली, प्रदर्शकारी कर रहे हैं पीएम इमरान से इस्तीफा की मांगभ्रष्टाचारियों को नहीं देंगे रियायतखान ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे विपक्षी दलों के नेताओं को कभी भी राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश जैसी रियायत नहीं देंगे। राजधानी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है। शिपिंग कंटेनर और कांटेदार तारों को रखकर मुख्य सड़कों को पूरी तरह से अवरुद्ध बंद कर दिया गया है।इसी बीच खबर यह भी आई है कि इमरान खान सरकार ने इस्तीफे को छोड़कर विपक्षी दलों की सभी मांगों को पूरा करने की इच्छा व्यक्त की है। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।