पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए अभियान चलाने के कारण तालिबान के जानलेवा हमले का शिकार हुई किशोरी मलाला यूसुफजई को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में उनके कार्यों के लिए सम्मानित किया गया. उन्हें वर्ष 2013 के पीटर जे गोम्स ह्यूमेनिटेरियन पुरस्कार से नवाजा गया है.


राजनीति में आना चाहती है मलालाहार्वर्ड प्रमुख ड्रियु गिलपिन फॉस्ट ने कहा कि शिक्षा को लेकर साझा रुचि को देखते हुए वह मलाला का स्वागत करते हुए काफी खुशी का अनुभव कर रही हैं. 16 वर्षीय मलाला ने इस मौके पर कहा कि वह राजनेता बनना चाहती हैं क्योंकि राजनेताओं का प्रभाव बड़े पैमाने पर होता है. उन्होंने पाकिस्तान की स्वात घाटी में स्थित अपने घर को याद किया और जल्द ही वहां लौटने की उम्मीद जताई.गोली की भी शिकारहाल ही में मलाला को मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल का शीर्ष पुरस्कार प्रदान किया गया था. मलाला नौ अक्टूबर, 2012 को पाकिस्तान में स्वात घाटी के प्रमुख शहर मिंगोरा में तालिबान की गोली का शिकार हुईं थीं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh