भारत में डिजिटल क्रांति की नींव रखने में अहम रोल प्‍ले करने वाले Dr. RS Sharma को ONDC के नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया है। डॉ शर्मा इससे पहले भी कई बड़ी जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। कोविड काल में वैक्‍सीनेशन के लिए बनाए गए बेहतरीन ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म CoWIN के डेवलपमेंट में भी डॉ. शर्मा की खास भूमिका रही थी।

कानपुर (इंटरनेट डेस्‍क)। ONDC यानी Open Network For Digital Commerce ने फेमस टेक्नोक्रेट डॉ. आरएस शर्मा को ONDC का नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन बनाया है। ONDC के अनुसार, डॉ शर्मा के पास एकेडमिक और प्रोफेशनल वर्क एक्सपीरियंस का पूरा खजाना है। इसलिए उनके चेयरपर्सन बनने से कंपनी का काम और भी बेहतर होगा। आपको बता दें कि डॉ शर्मा ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से फिजिक्स, मैथ और स्टैटिक्स में ग्रेजुएशन किया है। इसके साथ ही उन्होंने IIT Kanpur से मैथ में MSc , कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, रिवरसाइड से कंप्यूटर साइंस में MS, सीसीएस यूनिवर्सिटी से LLB और IIT Delhi से मैनेजमेंट एंड पब्लिक पॉलिसी में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है। डॉ शर्मा ने भारत में आधार कार्ड की शुरूआत करने में अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही भारत में कोविड-19 वैक्‍सीनेशन का डिजिटल प्‍लेटफॉर्म यानी Cowin को डिजाइन करने और लागू करवाने में भी डॉ आरएस शर्मा ने शानदार रोल प्‍ले किया था।

TRAI और UIDAI में निभाई अहम भूमिका
डॉ आरएस शर्मा ने UIDAI में महानिदेशक, मिशन निदेशक के रूप में और TRAI में अध्यक्ष के रूप में अहम भूमिका निभाई है। इसके साथ ही वो झारखंड सरकार में मुख्य सचिव भी रहे। डॉ शर्मा ने अपने पूरे IAS करियर में कई सारी डिजिटल इनोवेशन की शुरूआत की। वो ओएनडीसी की सलाहकार परिषद और प्रौद्योगिकी एवं रणनीति समीक्षा परिषद के भी सदस्य रहे। नेटवर्क की रणनीतिक दिशा को आकार देने में डॉ शर्मा ने काफी सराहनीय काम किया।

डिजिटल इनोवेशन द्वारा कोविड को हराया
डॉ. शर्मा डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के डेवलपमेंट और इंप्लीमेंट में माहिर समझे जाते हैं। इस मामले में एक विशेषज्ञ के रूप में उनकी ख्‍याति दुनिया भर में फैली है। उन्होंने आधार यानि UID की नींव रखने में खास भूमिका निभाई थी, जो भारत की डिजिटल क्रांति में महत्वपूर्ण रहा है। TRAI के चेयरमैन और बाद में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के CEO के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान डॉ. शर्मा के बेहतरीन गाइडेंस में कई बड़े काम पूरे हुए। उन्होंने तमाम सेक्‍टर में बड़े पैमाने पर चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया, कोविड पीरियड में उन्‍होंने कई इनोवेटिव काम किए।

नेशनल हेल्‍थ अथॉरिटी से जुड़ने के दौरान डॉ. शर्मा के निर्देशन में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) शुरु हुई और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) की शुरुआत की ओर भी काम काफी आगे बढ़ा। ONDC के साथ डॉ. आरएस शर्मा का जुड़ाव शुरुआत से ही कमाल का रहा है। शुरुआती दिनों में डॉ. शर्मा ने वर्क ग्रुप्‍स को बेहतरीन तरीके से गाइड किया और इस तरह ओएनडीसी के छोटे से पायलट प्रोजेक्‍ट भी नेशनल मिशन के रूप में उभरकर सामने आ सके हैं।

Posted By: Inextlive Desk