इकलौता खिलाड़ी जिसने दो टीमों की तरफ से खेलते हुए इंग्लैंड के खिलाफ मारी सेंचुरी
कानपुर। 14 सितंबर 1957 को साउथ अफ्रीका में जन्में केपलर वेसल्स ने अपने क्रिकेटिंग करियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ की थी। क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, करीब 4 साल तक टीम ऑस्ट्रेलिया से जुड़े रहने के बाद केपलर ने सात लंबा ब्रेक लिया और फिर 1992 में क्रिकेट मैदान पर वापसी की लेकिन इस बार टीम दूसरी थी। जी हां ऑस्ट्रेलिया से खेलने के बाद केपलर ने साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम का हाथ थामा और करीब 10 साल तक अफ्रीकी बल्लेबाज के तौर पर खेलते रहे। ऐसा करने वाले इकलौते खिलाड़ी
वैसे दो इंटरनेशनल टीमों के साथ खेलने का कारनामा कई खिलाड़ी कर चुके हैं मगर केपलर का यह रिकॉर्ड थोड़ा अलग है। दरअसल बाएं हाथ के बल्लेबाज केपलर के नाम दो अलग-अलग टीमों से खेलते हुए एक टीम के खिलाफ टेस्ट शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है। केपलर ने यह दोनों शतक इंग्लैंड के खिलाफ लगाए थे, जिसमें ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलते हुए 1982 में डेब्यू मैच में ही 162 रन की पारी खेली थी। वहीं साउथ अफ्रीका की ओर से खेलते हुए अंग्रेजों के खिलाफ उनका पहला शतक 1994 में लॉर्ड्स में निकला था। तब केपलर ने 105 रन की पारी खेली थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि 150 साल से अधिक क्रिकेट इतिहास में केपलर जैसा कारनामा दूसरा कोई क्रिकेटर नहीं कर पाया। वह यह नायाब काम करने वाले विश्व के इकलौते क्रिकेटर हैं।