नाइजीरिया में एक भारतीय व दो पाकिस्तानी मजदूर हुए अगवा
पीड़ितों की हो रही तलाश
नाम न जाहिर करने की गुजारिश के साथ एक चश्मदीद ने बताया कि पहले हवा में गोलियां चलाई गईं और उसके बाद मजदूरों को एक स्पीडबोट में जबरन बिठा दिया गया जो पहले से वहां काफी देर से इंतजार कर रही थी. इस मामले में संयुक्त राज्य के ज्वाइंट टास्क फोर्स के प्रवक्ता अंका मुस्तफा ने कहा, 'पीड़ितों का पता लगाने और उन्हें बचाने के लिए एक गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. गौरतलब है कि हाल ही में नाइजीरिया के एक मस्जिद में एक आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें लगभग 120 लोगों की जान चली गई थी.
बढ़ रही अपहरण की घटनाएं
नाइजीरिया, अफ्रीका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जाता है और प्रमुख ऊर्जा उत्पादक भी है. लेकिन अपहरण की घटनाओं के मामले में दुनिया के सर्वाधिक कुख्यात देशों में मशहूर है. जानकारी के मुताबिक यहां बीती फरवरी में प्रस्तावित देश के आम चुनाव से पहले अपहरण की घटनाओं में और बढ़ोत्तरी हुई है, क्योंकि यहां के पर कुछ राजनैतिक नेता ऐसे है जो धन बल के आधार पर अपना वर्चस्व कायम करना चाहते हैं और आपराधिक नेटवर्कों के जरिए हासिल धन का इस्तेमाल अपने चुनाव अभियान में करते हैं. अक्टूबर के अंत में लुटेरों ने डेल्टा क्षेत्र से से लगभग नौ लोगों का अपहरण हुआ था, जबकि लागोस के नजदीक ओगुन राज्य में बंदूकधारियों ने एक जर्मन निर्माण श्रमिक की हत्या कर दी थी और एक अन्य मजदूर का अपहरण भी किया गया था.