Tirupati लड्डू मामले में लैब रिपोर्ट आने के बाद बोले-सीएम नायडू, दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। तिरूपति मंदिर में श्रद्धालुओं को दिए जाने वाले लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी यूज किए जाने के मामले पर सियासी घमासान अब चरम पर पहुंच गया है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने पिछली सरकार पर आरोप लगाया था कि वाईएसआरसीपी सरकार में विश्व प्रसिध्द तिरूपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी का यूज किया गया था। इसके साथ ही सीएम नायडू ने एनडीए विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए दावा किया कि तिरूमाला के लड्डू भी घटिया सामग्री से बनाए गए थे। उसमें भी घी की जगह पर जानवरों की चर्बी का यूज किया गया था।
लैब रिपोर्ट आयी सामने
टीडीपी ने इस बात का दावा किया है कि लैब रिपोर्ट में लड्डुओं में मिलावट होने की बात सामने आयी है। लैब रिपोर्ट आने के बाद टीडीपी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने गुरूवार को बताया कि,"गुजरात में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को परीक्षण के लिए भेजे गए नमूनों की प्रयोगशाला रिपोर्ट प्रमाणित करती है कि घी की तैयारी में गोमांस की चर्बी, पशु वसा, चरबी और मछली के तेल का उपयोग किया गया था, जिसकी आपूर्ति तिरुमाला मंदिर को की गई थी। इसके साथ ही अनम वेंकट रमण रेड्डी ने आगे कहा, "यह हिंदू धर्म का अपमान है। भगवान को दिन में तीन बार चढ़ाया जाने वाला 'प्रसादम' इस मिलावटी घी में बनाया गया है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि न्याय होगा और जो भी गलतियां हुई हैं उनके लिए भगवान गोविंद हमें माफ कर देंगे।"
तिरूपति मंदिर के लड्डओं की लैब रिपोर्ट सामने आने के बाद सीएम नायडू ने भी इस पर रिएक्शन दिया है। सीएम ने कहा कि मुझे जो लैब रिपोर्ट मिली है, उससे साफ है कि प्रसाद की क्वालिटी के साथ समझौता किया गया है, उसमें अपवित्र वस्तुओं की मिलावट की बात सामने आई है। इन सबके लिए जिम्मेदार कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो गई है। कुछ लोगों को काम से हटा भी दिया गया है। इसके साथ ही सीएम नायडू ने कहा कि प्रसाद की पवित्रता का ध्यान रखते हुए अब शुध्द घी का यूज किया जा रहा है। इसके साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जायेगा। उसके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा।