जब वेस्टइंडीज के खिलाफ जानबूझकर हारी थी इंडिया, ये दो भारतीय खिलाड़ी निकाले गए थे बाहर
कानपुर। भारत वर्सेज वेस्टइंडीज के बीच क्रिकेट इतिहास काफी पुराना है। इन दो टीमों के बीच कई चर्चित मैच खेले गए। ऐसा ही एक मैच आज ही के दिन 1994 में खेला गया था। 50-50 ओवर के इस मैच में भारत को विंडीज के हाथों 46 रन से हार झेलनी पड़ी थी। यह हार ऐसे समय आई जब हर किसी को जीत की उम्मीद थी। मैच में भारत को जीत के लिए 54 गेंदों में 63 रन बनाने थे। लक्ष्य आसान था मगर भारतीय बल्लेबाजों मनोज प्रभाकर और नयन मोंगिया ने 9 ओवर में सिर्फ 16 रन बनाए और भारत यह मैच हार गया था, जिसके बाद खूब विवाद हुआ था।यह थी मैच की पूरी कहानी
साल 1994 में विल्स वर्ल्ड सीरीज का आयोजन किया गया था, जिसमें भारत, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड की टीमों ने हिस्सा लिया। इस टूर्नामेंट को इंडिया ने होस्ट किया था। तीनों टीमों को दो-दो बार आपस में भिड़ना था, उसके बाद टॉप दो टीमें फाइनल में जाने वाली थीं। भारत ने वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड को पहले मुकाबले में हरा दिया। मगर विंडीज के खिलाफ भारतीय टीम दूसरा मैच खेलने कानपुर में उतरी। भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का निर्णय लिया। विंडीज ने निर्धारित 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 257 रन बनाए।
भारत के इस जीते हुए मैच के हारने पर बोर्ड काफी नाराज हुआ। प्रभाकर और मोंगिया को पूरी सीरीज से बाहर निकाल दिया गया। यही नहीं मैच रेफरी रमन सुब्बा ने भारत के दो प्वॉइंट भी काट लिए। माना जा रहा था भारत यह मैच जानबूझकर हारा क्योंकि वह चाहता था फाइनल में न्यूजीलैंड नहीं वेस्टइंडीज पहुंचे। खैर रेफरी के इस फेसले पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी का दरवाजा खटखटाया जहां उनकी फरियाद सुनी गई और रेफरी के फैसले को गलत ठहराया। इतना सबकुछ विवाद होने के बावजूद फाइनल में भारत-वेस्टइंडीज का सामना हुआ। खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया ने विंडीज को 72 रनों से मात दी।आज ही के दिन 53 रन पर ऑलआउट हो गई थी पूरी क्रिकेट टीमभारत ने आज ही बनाया था वनडे क्रिकेट का सबसे कम स्कोर, सचिन-गांगुली समेत सभी हुए थे फेल