'गेंदबाजों की कब्र' से मशहूर पिच पर जब कैरेबियाई बाॅलर ने लिए 14 विकेट
कानपुर। टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 19वीं सदी में हुई थी। पिछली दो सदी में न जाने कितने ऐतिहासिक और यादगार मैच खेले गए। ऐसा ही एक चर्चित मैच 1976 में खेला गया था जिसे आज तक कोई नहीं भूल पाया। ये मैच इंग्लिश टीम की करारी हार के लिए याद किया जाता है। इंग्लैंड को ये हार तब मिली, जब किसी को उम्मीद नहीं थी। गेंदबाजों की कब्रगाह माने वाली पिच पर जब एक कैरेबियाई गेंदबाज ने अपनी तेज गेंदबाजों का प्रहार किया तो बड़े से बड़ा बल्लेबाज भी घुटने टेक गया। जी हां हम बात कर रहे हैं वेस्टइंडीज के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक माइकल होल्डिंग की। जिन्होंने इस मैच में 14 विकेट लेकर इतिहास रच दिया था।
#OnThisDay in 1976, Michael Holding completed the best match figures by a Windies bowler in Tests, following up 8/92 with 6/57 to help beat England by 231 runs at The Oval! 💪 pic.twitter.com/g0TGAAG6uc
— ICC (@ICC)
गेंदबाजों की कब्रगाह थी ओवल की पिच
साल 1976 की बात है, क्लाइव लाॅयड की कप्तानी में वेस्टइंडीज टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने इंग्लैंड गई थी। शुरुआती चार टेस्ट मैचों में 2-0 की बढ़त बनाने के बाद विंडीज ने आखिरी टेस्ट द ओवल मैदान पर खेला। ये वो मैदान है जिसे गेंदबाजों की कब्रगाह माना जाता है। खासतौर से तेज गेंदबाजों के लिए इस पिच में कोई जान नहीं थी। इसके बावजूद कैरेबियाई गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने अपनी तूफानी गेंदों से इंग्लिश टीम को बैकफुट पर ला दिया। दरअसल विंडीज कप्तान ने टाॅस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया और विवियन रिचर्ड्स की 291 रनों की शानदार पारी की बदौलत वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 687 रन बनाए।
होल्डिंग ने पहली पारी में चटकाए आठ विकेट
वेस्टइंडीज द्वारा पहली पारी में पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा करने के बाद इंग्लिश टीम काफी दबाव में आ गई। हालांकि इंग्लैंड के ओपनर बल्लेबाज डेनिस एमिस एक छोर पर टिके रहे तो दूसरी तरफ विकेट गिरते रहे। डेनिस ने छह बल्लेबाजों के साथ मिलकर धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाया। इधर डेनिस अपना विकेट बचाए खड़े थे तो दूसरी तरफ तेज विंडीज गेंदबाज माइकल होल्डिंग अपनी तेज रफ्तार गेंदों से कहर ढा रहे थे। इस पारी में होल्डिंग ने आठ बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। इंग्लिश बल्लेबाज डेनिस एमिस जिन्होंने 203 रन बनाए, उनको भी होल्डिंग ने बोल्ड कर बाहर का रास्ता दिखाया। इसी के साथ इंग्लैंड की पहली पारी 435 रन पर सिमट गई। दूसरी इनिंग में वेस्टइंडीज ने बिना विकेट खोए 182 रन बनाए और इंग्लैंड को जीत के लिए 435 रन का लक्ष्य दिया।
एक मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले कैरेबियाई
दूसरी पारी में बैटिंग करने आए इंग्लिश बल्लेबाजों को इस बार सबसे ज्यादा खतरा माइकल होल्डिंग से था और ऐसा हुआ भी। इस बार होल्डिंग ने छह विकेट चटकाए और 203 रन पर इंग्लिश पारी समेट दी। इसी के साथ वेस्टइंडीज ये मैच 231 रनों से जीत गया। मैच में होल्डिंग ने कुल 14 विकेट लिए जिसमें से 12 बल्लेबाजों को या तो उन्होंने बोल्ड किया या एलबीडब्ल्यू आउट हुए। किसी एक टेस्ट में किसी वेस्टइंडीज गेंदबाज का यह सबसे अच्छा प्रदर्शन है। बता दें मैच शुरु होने से पहले इंग्लिश कप्तान टोनी ग्रेग ने विंडीज टीम का काफी मजाक उड़ाया था। ग्रेग का कहना था कि कैरेबियाई टीम मैच में रेंगती नजर आएगी लेकिन होल्डिंग ने मैच में दोनो पारियों में ग्रेग को बोल्ड किया। इस मैच के बाद माइकल होल्डिंग को Whispering Death (मौत की आहट) के नाम से जाना जाने लगा।