प्रीति जिंटा बर्थडे: ये हैं इनके 10 यादगार किरदार, कभी बनीं बिन ब्याही मां तो कभी पड़ीं मुजरिम के प्यार में
कानपुर। प्रीति जिंटा के 44वें जन्मदिन पर बाॅलीवुड में उनके दमदार किरदारों की बात करें तो सबसे पहला नाम फिल्म 'दिल से' का आता है। 1998 में रिलीज हुई इस फिल्म में प्रीती ने करीब 20 मिनट का ही रोल किया था जो काफी दमदार था। अपने इस 20 मिनट के छोटे से रोल की बदौलत उन्हें बेस्ट डेब्यू फीमेल के फिल्म फेयर अवाॅर्ड से नवाजा गया था। मालूम हो उसी साल प्रीति ने बाॅलीवुड में फिल्म 'सोल्जर' और 'दिल से' फिल्म जगत में पहला कदम रखा था।
1991 में रिलीज हुई फिल्म 'संघर्ष' में प्रीति ने रीत ओबेराय नाम की एक महिला का किरदार निभाया था जो सीबीआई ऑफिसर थी और उसे एक कैदी से प्यार हो जाता है। उस कैदी का रोल अक्षय कुमार ने बखूबी अदा किया था। हालांकि फिल्म को बाॅक्स ऑफिस पर सक्सेज नहीं मिली पर प्रीति के करिदार की हर तरफ खूब सराहना हुई।
प्रीति की फैमिली ड्रामा फिल्म 'क्या कहना' ने बाॅक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस किया था। इस फिलम में प्रीति एक बिन ब्याही टीनएज माॅम के रोल में दिखी हैं। फिल्म में उन्होंने प्रिया बक्शी नाम का किरदार निभाया था। बिन ब्याही मां बनने पर समाज में किस-किस तरह की चीजों का सामना करना पड़ता है, इसके बारे में दिखाया गया है। फिल्म में उनके शानदार अभिनय के लिए उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस के फिल्म फेयर अवाॅर्ड के लिए नाॅमिनेट किया गया था।
2003 में रिलीज हुई फिल्म 'कोई मिल गया' में प्रीति जिंटा ने ऐसी लड़की का किरदार निभाया था जिसे दिमागी तौर पर कमजोर लड़के यानी की ऋतिक से प्यार हो जाता है। वहीं वो अपने मंगेतर को छोड़ कर उसके साथ रेमांस करने लगती है।
2005 में आई फिल्म 'सलाम नमस्ते' में प्रीति और सैफ ने ऐसे यूथ का किरदार निभाया था जो लिवइन में रहते हैं। इस दौरान प्रीति प्रेग्नेंट होती हैं और किस तरह कपल एक-दूसरे से इस अनचाही प्रेग्नेंसी की वजह से अलग हो जाता है और फिर बच्चे के आने से फिर एक हो जाता है, इसके बारे में दिखाया गया है।