बर्थ डे स्पेशल : प्राण ने इस फिल्म में सिर्फ एक रुपए में किया था काम
बनना चाहते थे फोटोग्राफर प्राण ने कभी सोचा भी नहीं था की वो इतने बडे़ विलेन बन कर फिल्मों में नाम कमाएंगे। आप को बता दें की प्राण ने हमेशा से ही एक फोटोग्राफर बनने का सपना देखा था पर किस्मत ने ऐसे संजोग बनाए की वो फोटोग्राफर की जगह एक्टर बन गए। दरअसल हुआ यूं की लेखक मोहम्मद वाली ने पहली बार प्राण को पान की दुकान पर खड़े देखा और उन्हें पंजाबी फिल्म ' यमला जट' में साइन करने का फैसला ले लिया। उन्होंने प्राण को अपनी बातों में फंसा कर फिल्म के लिए हां करवा लिया और ये फिल्म साल 1940 की सुपरहिट फिल्मों में शुमार हो गई। इस फिल्म के बाद उन्हें एहसास हुआ की एक्टिंग की दुनिया में वो नाम कमा सकते हैं।
नूरजहां के साथ किया डेब्यू
प्राण की तीसरी फिल्म 'खानदान' 1942 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म की खास बात ये है की इस फिल्म से प्राण और नूरजहां दोनों ने ही बॉलीवुड में कदम रखा था। इससे पहले प्राण दो फिल्में दूसरी भाषाओं में कर चुके हैं। अभिनेत्री की हाईट प्राण से इतनी कम थी की फिल्म में क्लोजअप शॉट लेने के लिए नूरजहां को ईंटों पर खडे़ होकर सीन शूट कराने पड़े।