Odisha Train Tragedy : ओडिशा रेल हादसे में शिकार लोगों के शवों की पहचान में काफी परेशानी आ रही है। अभी भी करीब 100 शव ऐसे हैं जिनकी पहचान नहीं हो सकी है। वहीं कुछ ऐसे हैं जिनके कई दावेदार हैं। इस स्थिति में अब पहचान के लिए शवों का डीएनए कराए जाने का फैसला हुआ है।


भुवनेश्वर (एएनआई/ रायटर)। Odisha Train Tragedy : ओडिशा में हुए रेल एक्सीडेंट में करीब 275 लोगों की मौत हो गई और 1000 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हादसे में मारे गए लोगों की पहचान करने में काफी दिक्कत आ रही है। न्यूज एजेंसी पूर्वी मध्य रेलवे के रेल प्रबंधक रिंकेश रॉय ने कहा कि ओडिशा में रेल दुर्घटना में लगभग 1,100 लोग घायल हुए, जिनमें से लगभग 900 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 200 लोगों का इलाज किया जा रहा है। वहीं इस हादसे में जान गंवाने वाले करीब 278 लोगों में से अभी भी 100 शवों की पहचान नहीं हो सकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ शव ऐसे भी हैं कि जिनके दो से तीन लोग दावेदार हो रहे हैं। वहीं कुछ शव ऐसे हैं जो चोटों व गर्मी की वजह से पूरी तरह से खराब हो गए हैं। इससे उनकी पहचान में और ज्यादा परेशानी हो रही है।

डीएनए कराए जाने का फैसला
हालांकि इस असमंजस की स्थिति में जिन शवों की पहचान में मुश्किल आ रही है उनका डीएनए कराए जाने का फैसला लिया गया है। बतादें कि हाल ही में ओडिशा में शुक्रवार की शाम एक बड़ा हादसा हुआ। यहां शाम 7 बजे करीब कोरोमंडल एक्सप्रेस ओडिशा के बहनागा स्टेशन के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई। इससे उसके करीब 10-12 डिब्बे दूसरे ट्रैक पर शिफ्ट हो गए। इस दाैैरान दूसरे ट्रैक पर आ रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस भी हादसे का शिकार हो गयी। हादसे के तुरंत बाद से रेस्क्यू आपरेशन किया गया। वहीं केंद्र सरकार ने हादसे में मरने वालों के परिजनों को 10 लाख की मदद देने की घोषणा की। वहीं पीएम मोदी शनिवार को जमीन जीरो से बालासोर दुर्घटनास्थल का लिया और अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों से भी मिले। भयावह रेल हादसे के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए एजेंसियां जांच कर रही हैं।

Posted By: Shweta Mishra