अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अश्‍वेत युवकों वर्ग को लेकर गंभीर हो गए है. उनका मानना है कि‍ अश्‍वेत युवकों के साथ दुर्व्‍यव्‍हार होता है और वे अपने को असुक्ष‍ित महसूस करते हैं. ऐसे में राष्‍ट्रपति ओबामा ने पुलिस व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिए एक कार्यबल की घोषणा की जिसे 90 दिनों के अंदर-अंदर अश्वेत समूदायों के साथ बेहतरीन व्यवहार पर अपनी सिफारिश पेश करनी होगी.

युवक खुद को नहीं समझते सुरक्षित
ओबामा ने फर्ग्युसन की प्रशंसा करते हुए कहा कि फर्ग्युसन ने हमारे देश की एक गंभीर समस्या को बेनकाब किया है जो कि न तो सेंट लुइस या उस क्षेत्र के लिए अनोखी है और न ही हमारे समय के लिए अलग है क्योंकि हम जानते हैं कि ढेर सारे पुलिस विभागों और अश्वेत समुदायों के बीच अविश्वास चरम पर होता जा रहा है. उन्होंने कहा एक ऐसे देश में जहां कानून के तहत हमारी बुनियादी सिद्धांतों में से एक और शायद सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत समता और समानता है वहां पर ढेर सारे लोग खासकर अश्वेत समुदाय के युवक यह महसूस नहीं करते कि उनके साथ उनके ही देश में उचित व्यवहार हो रहा है. जिसकी वजह से वे अपने ही देश में खुद को सुरक्षित नहीं समझते.

 

3 महीने में पेश होगी रिपोर्ट
अश्वेत युवकों की इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए और पुलिस व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिए ओबामा ने एक कार्यबल की घोषणा करते हुए कहा है कि उसे 3 महीने के अंदर अश्वेत समूदायों के साथ बेहतरीन व्यवहार पर अपनी सिफारिश पेश करनी है. क्योंकि ओबामा का मानना है कि जब अमेरिकी परिवार का एक बड़ा हिस्सा यह महसूस करता है कि उसके साथ उचित व्यवहार नहीं हो रहा है तो यह हमारे देश के लिए एक बहुत दुख और शर्मनाक बात है. ओबामा ने कहा यह सिर्फ किसी खास समुदाय या आबादी के किसी खास हिस्से की समस्या नहीं है बल्िक इसका मतलब है कि हम एक देश के रूप में उतना मजबूत नहीं है जितना हम हो सकते हैं. यह हमारे लिए शुभ संकेत नहीं है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh