दुनिया की सबसे खतरनाक जेल को बंद करना चाहते हैं ओबामा
लोगों ने जताई आपत्ति
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने कार्यकाल के अंतिम दौर में एक ऐतिहासिक फैसला करना चाह रहे हैं। ओबामा का कहना है कि दुनिया की सबसे खूंखार जेल माने जानी वाली ग्वांतानामो जेल को बंद कर दिया जाए। हालांकि अमेरिकी कांग्रेस में रिपब्लिकिन पार्टी के सदस्यों ने ओबामा की ग्वांतानामो जेल बंद कराने की योजना की कड़ी आलोचना की है। राष्ट्रपति बराक ओबामा लंबे समय से जेल को बंद करवाने की पैरवी करते रहे हैं।
कैदियों को दूसरी जेलों में भेजा जाए
ग्वांतानामो जेल को बंद करने के बाद सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसके कैदियों को कहां रखा जाएगा। ऐसे में पेंटागन का सुझाव है कि जेल में मौजूद कुछ कैदियों को या तो उनके देश भेज दिया जाए या फिर उन्हें अमेरिका की सैन्य या नागरिक जेलों में स्थानांतरित कर दिया जाए। प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पॉल रेयान का कहना है कि कैदियों को अमेरिका स्थानांतरित कर देने का प्रस्ताव गैरकानूनी है। सीनेट में रिपब्लिकन दल के नेता मिच मैककोनल का कहना है कि प्रतिनिधि सभा यानी अमेरिकी कांग्रेस इस कदम को ब्लॉक कर देगी। राष्ट्रपति ओबामा ग्वांतानामो जेल को अमेरिकी मूल्यों के ख़िलाफ़ मानते हैं।
9/11 हमले के बाद इसे खोला गया
आपको बताते चलें कि ग्वांतानामो जेल को जनवरी 2002 में शुरू किया गया। इसके लिए क्यूबा की जमीन का इस्तेमाल किया गया, जो अमेरिका ने लीज पर ली थी। न्यूयॉर्क के 9/11 हमले के बाद इसे खोला गया। इस जेल की पहचान यह है कि यहां पर कैदियों को नारंगी रंग की ड्रेस पहनाई जाती है। इन कैदियों को बेड़ियों में जकड़ा जाता है। पहले कैदियों को एक पिंजरेनुमा बाड़ों में रखा जाता था, जिसे बाद में बंद कर दिया गया। राष्ट्रपति बनने के बाद बराक ओबामा ने कई बार इस जेल को बंद करने की कोशिश की लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली।
149 कैदी अभी भी बंद
माना जाता है कि इस जेल में कुल 779 कैदियों को रखा गया था, जिनमें से 149 अभी भी वहीं हैं। लगभग 78 कैदियों को बिना किसी चार्ज के रिहा कर दिया गया क्योंकि वे अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं थे। इनमें 58 यमन के, पांच ट्यूनीशिया के, चार अफगान और चार सीरियाई थे। दूसरे ग्रुप में 71 कैदी हैं, जिनमें से 10 पर आरोप लगाए गए हैं। उनके खिलाफ अमेरिका की विशेष सैनिक अदालत कार्यवाही कर रही है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इस जेल में रहने वाले हर कैदी पर 27-28 लाख डॉलर प्रति वर्ष खर्च होता है। जबकि अमेरिका की मुख्य जेलों में रहने वाले कैदियों पर सालाना 78,000 डॉलर खर्च होता है।