इस शख्स ने 15 साल पहले 'मोदी' को जान से मारने की खार्इ थी कसम, अब पहुंचा अदालत
दो हफ्ते पहले ही इस मामले की सुनवाई शुरू की
अहमदाबाद (पीटीआई)। 15 साल पहले गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ई-मेल से मिली धमकी मिलने का मामला काफी चर्चा में रहा। ऐसे में अब इस मामले में एक स्थानीय अदालत में शुरू हुई है। इस मामले में जिस शख्स का नाम सामने आया है वह अहमदाबाद का ही रहने वाला मुहम्मद रिजवान कादरी है। सरकारी वकील प्रतीक भट ने बताया कि दो हफ्ते पहले जूडिशियल मजिस्ट्रेट जेएल परमार ने शिकायतकर्ता की शिकायत सुनने के बाद दो हफ्ते पहले ही इस मामले की सुनवाई शुरू की है।
इन नेताओं को भी खत्म करने की खाई थी कसम
ऐसे में अब इस पूरे इस मामले में अगली सुनवाई आगामी 27 जून को है। गुजरात पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते के अनुसार कादरी ने विगत दिसंबर 2002 को उन्हें जान से मारने का धमकी भरा खत भेजा था। उसने यह भी धमकी दी थी कि फरवरी, 2003 तक वह उनके सहयोगी दलों विहिप, बजरंग दल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का भी खात्मा कर देगा। इसके अलावा उसने भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, विहिप नेता प्रवीण तोगडि़या और अशोक सिंहल को भी खत्म करने की कसम खाई है।
25 फरवरी, 2003 को एफआईआर दर्ज की गई
ऐसे में आरोपी मुहम्मद रिजवान कादरी का भेजा ई-मेल पहचाने जाने के बाद उस पर 25 फरवरी, 2003 को एफआईआर दर्ज की गई थी। यह मामला आइपीसी की धारा 507 के तहत जान के खतरे और सूचना तकनीकी एक्ट के धारा 67 के तहत दर्ज किया गया है। बता दें कि हाल ही में राजनाथ सिंह ने भी जम्मू कश्मीर दौरे पर पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के प्रति गंभीर रहने का जिक्र किया था। उनका कहना था कि देश में ‘राजीव गांधी हत्याकांड की तरह ही पीएम मोदी की हत्या की साजिश रची जा रही है।