यह साल जहां खुशियों से भरा रहा वहीं कुछ दुख भी अपनी झोली में समेटा रहा. यह दुख था उन खास लोगों की मौत का जो आम भी थे और खास भी. 2011 में देश-दुनिया की महत्वपूर्ण हस्तियां हमसे बिछड़ गईं. कई तानाशाहों का अंत हमने देखा तो कई प्रिय चेहरे सदा के लिए गुम हो गए. इनमें अनेक हस्तियां ऎसी थीं जिन्हें हम उनकी इस संसार से विदाई के बाद कसक के साथ याद ही करते रहेंगे.

जगजीत सिंह
फेमस गजल गायक जगजीत सिंह की डेथ 10 अक्टूबर 2011 को हुई.  जगजीत सिंह की पहली गजल एलबम अनफोरगेटेबल है जो अर्द्ध शास्त्रीय संगीत का एक संग्रह था.
 भीमसेन जोशी
पंडित भीमसेन जोशी का 24 जनवरी 2011 को हार्टअटैक के कारण निधन हो गया.  वे हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायकों के बीच संयुक्त राष्ट्र में न्यूमरो उनो थे. उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण, पद्मविभूषण और देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया. भीमसेन जोशी ने उस्ताद हाफिज अली खान से संगीत की शिक्षा प्राप्त की थी.
भूपेन हजारिका
गीतकार, संगीतकार, गायक और फिल्म निर्माता, कवि भूपेन हजारिका का 5 नवंबर 2011  निधन हो गया. उनके गाने स्वयं के द्वारा लिखे और असमिया भाषा मे भी गाये गए हैं. भूपेन दा को सांप्रदायिक सौहार्द, सार्वभौमिक न्याय और सहानुभूति के विषयों के साथ बोल्ड गीत लिखने के लिए जाना जाता था.
शम्मी कपूर
शम्मी कपूर का जन्म 21 अक्टूबर 1931 को मुंबई में हुआ और 14 अगस्त 2011 की सुबह इनका निधन हो गया। वे 79 वर्ष के थे. अभिनय इनको विरासत में मिला था. शम्मी कपूर का असली नाम शमशेर राज कपूर था और उन्होंने थियेटर के ज़रिए अभिनय की दुनिया में क़दम रखा.पचास के दशक में उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की. सबसे पहले 1953 में उन्होंने फ़िल्म ‘जीवन ज्योति’ में काम किया. शम्मी कपूर ने पचास और साठ के दशक में कई हिट और यादगार फ़िल्में दीं. उन्हें बॉलीवुड में बेहतर डांस की शुरुआत करने वाला हीरो भी माना जाता है.
 
नवाब पटौदी
मंसूर अली खान पटौदी भारत के एक बेहतरीन क्रिकेटर और एक्टर सैफ अली खान के पिता थे. उनका जन्म 1941 में भोपाल में हुआ था. एक हादसे में उनकी दाहिनी आंखी की रोशनी चली गई थी. 22 सितंबर 2011 को फेंफड़ों के संक्रमण से लड़ते हुए उनका निधन हो गया. पटौदी 21 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बने थे. वह भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे युवा कप्तान थे. उनके निधन के साथ ही क्रिकेट के एक युग का अंत हो गया है. भारत के लिए 46 टेस्ट खेल चुके पटौदी सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे.


देव आनंद
हिंदी फिल्मों के ‘सदाबहार’ अभिनेता देव आनंद का इस साल 3 दिसंबर को लंदन में निधन हुआ। वह 88 वर्ष के थे. देव आनंद ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1946 में ‘हम एक दिन’ से की थी. हालांकि उन्हें पहला बड़ा मौका 1948 में ‘जिद्दी’ में मिला था. देव आनंद ‘बाजी’, ‘गाइड’, ‘ज्यूल थीफ’, ‘जॉनी मेरा नाम’, ‘हरे रामा हरे कृष्णा’, ‘सीआईडी’ और ‘तेरे मेरे सपने’ जैसी सुपर हिट फिल्मों के लिए भी जाने जाते हैं. अभिनेता और निर्देशक के रूप में उनकी अंतिम फिल्म ‘चार्जशीट’ थी, जो बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई थी.

मकबूल फिदा हुसैन

महाराष्ट्र के पंढरपुर में 17 सितंबर, 1915 में जन्मे मकबूल फिदा हुसैन का 9 जनू 2011 को लंदन में निधन हो गया. हुसैन जब बहुत छोटे थे तो उनकी मां का निधन हो गया और वे इंदौर चले गए. 20 वर्ष की उम्र में हुसैन मुंबई पहुंचे और जेजे स्कूल ऑफ आट्र्स में दाखिला लिया. वे शुरूआत में बहुत कम पैसों में सिनेमा के होर्डिंग्स बनाते थे. हुसैन को पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर पहचान 1940 के दशक में मिली. सन 47 में वे प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप में शामिल हुए 1952 में उनकी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी ज्यूरिख में लगी. मकबूल फिदा हुसैन को कला के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन् 1955 में पद्मश्री, 73 में पद्मभूषण, 91 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया.  उनकी आर्ट ने कई विवादों को जन्म दिया और कई सुर्खियां बटोरीं. उनकी विवादास्पद कलाकृतियों के चलते ही उन्हें अंत समय निर्वासित के रूप में लंदन में बिताना पडा और वहीं उनका निधन हुआ.
रॉलैंड पेटिट
फ्रांसीसी कोरियोग्राफर रॉलैंड पेटिट इस वर्ष 10 जुलाई को दुनिया से विदा हो गए. उनका जन्म 13 जनवरी 1924 को हुआ. उन्होने 1940 में कोर डे बैले के साथ नृत्य शुरू किया. वे चित्रकार जीन कारजो के साथ निकट सहयोग में काम करते रहे. उन्होंने 50 से अधिक कृतियों का सृजन किया.
रिचर्ड हैमिल्टन
ब्रिटिश चित्रकार और कोलाज कलाकार रिचर्ड विलियम हैमिल्टन का 13 सितंबर, 2011 को 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. उनका जन्म 24 फरवरी 1922 में हुआ था. एक तकनीकी ड्राफ्ट्समैन के रूप में उन्होंने काम शुरू किया और दि्वतीय विश्व युद्ध के बाद वे रॉयल अकादमी स्कूल में दाखिल हो गए.
स्टीव जॉब्स
जब मोबाइल फोन और इंटरनेट जैसे संचार माध्यमों का आविष्कार हुआ था तब किसी ने नहीं सोचा था कि एक मोबाइल कभी मिनी कंप्यूटर में बदल जाएगा. अमेरिकी बिजनेसमैन स्टीव जॉब्स ने एक सपना देखा और उसे सच कर दिखाया. स्टीव जॉब्स की देन आई फोन आज सभी की जरूरत बना हुआ है। जॉब्स ने 17 साल की उम्र से काम करना शुरू किया था. जॉब्स ने 1971 में एक गैराज से एप्पल कंपनी शुरू की थी. आज एप्पल कंपनी दुनिया का एक चोटी का ब्रैंड है. जॉब्स की मृत्यु 5 अक्टूबर 2011 को हुई. जॉब्स अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित थे.
एमी वाइनहाउस
विवादों में रहने वाली ब्रिटीश गायिका एमी वाइनहाउस उत्तरी लंदन स्थित अपने आवास में 23 जुलाई 2011 मृत पायी गयी.पुलिस के मुताबिक उनकी आयु 27 वर्ष थी. गायिका एमी वाइनहाउस शराब और नशीले पदार्थों की आदी थी.अभी तक उनकी मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है. वाइनहाउस काफी समय से ड्रग्स ले रही थी. उन्हें शराब की भी लत लग चुकी थी. इस कारण पिछले काफी सयम से वह बीमार चल रही थी.इससे पहले वाइनहाउस के चिकित्सकों ने उन्हें कडी चेतावनी दी थी कि या तो वह शराब पीना छोड दें या फिर नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहें.

Posted By: Garima Shukla