अंतर कोरियाई ऐतिहासिक शिखर सम्‍मेलन से शांति के नये युग की शुरुआत हुई है। प्‍योंगयांग के सरकारी मीडिया ने उत्‍तर कोरिया के सर्वोच्‍च नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्‍ट्रपति मून जे इन की बैठक को ऐतिहासिक बैठक करार दिया।


कोरिया में राष्ट्रीय एकता और मैत्री की शुरुआतसियोल (एएफपी)। आधिकारिक केसीएनए न्यूज एजेंसी ने कहा कि दोनों नेताओं की शिखर वार्ता ऐतिहासिक है। पनमुनजोम घोषणा ने राष्ट्रीय एकता, मैत्री, शांति और समृद्धि के एक नये युग की शुरुआत है। इस दस्तावेज में दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई है कि पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिए कोरियाई प्रायद्वीप के लिए एकसाथ शांति का लक्ष्य हासिल करेंगे।सालों तक धमकाया अब छोड़ेगा परमाणु बमसालों में ऐसा पहली बार है जब उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों को नष्ट करने की बात कर रहा है। दरअसल इस हथियार के समर्थन में वह अमेरिकी हमले से खुद को सुरक्षित रखने की दलील देता रहा है। लेकिन अब वह अपनी सुरक्षा की गारंटी के बदले परमाणु हथियार छोड़ने को तैयार है। सियोल के मुताबिक इस असाधारण बैठक में सार्वजनिक तौर पर किम ऐसा कहने से बचते रहे हैं।


किम जोंग उन बने पहले उत्तर कोरियाई नेता

कोरियाई प्रायद्वीप को दो भागों में बांटने वाली सीमा पार करके किम जोंग उन ने इतिहास रच दिया। 1953 कोरियाई युद्ध शांति के बाद दक्षिण कोरिया की धरती पर पैर रखने वाले पहले उत्तर कोरियाई नेता बन गए हैं। किम का स्वागत करने के लिए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून दूसरी ओर खड़े थे। जैसे ही उन ने दक्षिण कोरिया की धरती पर अपने कदम रखे मून ने उनका हाथ मिलाकर स्वागत किया और दोनों नेताओं ने मुस्कुराकर फोटोग्राफरों को पोज दिए। दोनों नेता एकांत में करीब आधे घंटे तक बातचीत करते रहे।

Posted By: Satyendra Kumar Singh