उत्तर कोरिया खतरनाक मिसाइलों का परिक्षण करने से बाज नहीं आने वाला है। उसने एक बार फिर से दो मिसाइलें दाग दी हैं। बता दें कि किम जोंग उन इस महीने अब तक सात मिसाइलों का परीक्षण कर चुके हैं।


सियोल (रॉयटर्स)। उत्तर कोरिया ने शनिवार को एक बार फिर अपने पूर्वी तट से दो छोटी रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं हैं। दक्षिण कोरिया की सेना ने इस बात की जानकारी दी है। बता दें कि एक महीने के भीतर उत्तर कोरिया का यह सातवां मिसाइल परीक्षण है। इस मिसाइल परीक्षण से अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु हथियार को लेकर होने वाली बातचीत की संभावना लगभग समाप्त हो गई है। उत्तर कोरिया द्वारा यह परीक्षण शानिवार की सुबह 6:45 बजे से 7 बजे के बीच किया गया। दोनों मिसाइलें ईस्ट सागर की तरफ दागी गईं। दक्षिण कोरया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने इस परीक्षण के बाद अपने बयान में कहा कि उनकी सेना, उत्तर कोरिया की हर एक गतिविधियों पर नजर रख रही है।परीक्षण रोकने को लेकर कई बार हुई बातचीत


बता दें कि इन मिसाइल परीक्षणों को रोकने के लिए पिछले एक महीनें में अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच कई बार बातचीत हो चुकी हैं लेकिन दोनों देशों के बीच कोई भी बात नहीं बन पाई। पिछले दिनों उत्तर कोरिया के तानाशाह किंग जोंग उन ने कह दिया था कि वह अमेरिका के साथ परमाणु हाथियार को लेकर कोई भी बातचीत नहीं करेंगे। इस लॉन्च के बाद ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि अमेरिका के उत्तर कोरिया के साथ अच्छे संबंध हैं। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच नहीं बन पाई बातगौरतलब है कि ट्रंप और किम ने पिछले जून में सिंगापुर में अपना पहला शिखर सम्मेलन आयोजित किया था, जहां दोनों ने कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु नष्ट करने पर सहमति जताई थी। इसके बाद दूसरा शिखर सम्मेलन फरवरी में हनोई में आयोजित किया गया लेकिन बैठक विफल रही क्योंकि दोनों नेता अपनी परेशानियों का हल ढूंढ़ने में असमर्थ रहे। दरअसल, अमेरिका चाहता था कि उत्तर कोरिया तत्काल प्रभाव पर अपने परमाणु हथियारों नष्ट करे लेकिन किम जोंग ने इसके बदले में ट्रंप के सामने प्योंयांग में लगे अमेरिकी प्रतिबंधों को तुरंत हटाने की शर्त रख दी थी। यही कारण रहा कि दोनों नेताओं के बीच किसी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई। विश्व में शांति के लिए उत्तर कोरिया से 70 देशों ने किया परमाणु और बैलेस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने का आग्रहअमेरिका और दक्षिण कोरिया के लिए खतरा

ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि किम ने उन्हें कहा है कि वह उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों पर फिर से बातचीत शुरू करने के लिए तैयार हैं और जैसे ही अमेरिका-दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास समाप्त होंगे, वह मिसाइल परीक्षण रोक देंगे। हालांकि, अमेरिका-दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास समाप्त होने के बाद भी उत्तर कोरिया ने अपना परिक्षण जारी रखा है। इस परिक्षण ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के लिए खतरा पैदा कर दी है।

Posted By: Mukul Kumar