10 साल पहले धोनी के इस फैसले ने पूरी टीम को कर दिया था चकित, अब हुआ खुलासा
कानपुर। भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी अब भले ही टीम की कमान नहीं संभालते थे। मगर अपनी कप्तानी के दिनों में उन्होंने कई हैरान करने वाले फैसले लिए थे। ऐसा ही एक चकित कर देने वाला वाक्या अब सामने आया। दरअसल जर्नलिस्ट भरत सुर्दशन ने माही के ऊपर 'द धोनी टच' नाम की एक किताब लिखी जिसमें कई रहस्यमयी खुलासे किए हैं। आईसीसी ने 'द धोनी टच' किताब पर एक स्टोरी बनाई है। आईसीसी के मुताबिक, इस किताब में सुदर्शन ने धोनी से जुड़ा साल 2008 का सबसे चर्चित वाक्या बयां किया है। जीतने पर नहीं मनाया जश्न
किताब के मुताबिक, 'साल 2008 में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज का एक मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए भारत को जीत के लिए 160 रन का मामूली लक्ष्य दिया। बतौर कप्तान धोनी का यह 15वां वनडे था। और लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया के 5 विकेट गिर चुके थे। क्रीज पर रोहित शर्मा और एमएस धोनी थे, अब भारत को जीत के लिए 10 रन बाकी थे। लक्ष्य काफी आसान लग रहा था मगर माही ने खेल को जल्दी खत्म करने के बजाए एक चाल चली। उन्होंने खेल रोककर ग्लव्स चेंज करना चाहा जबकि उस वक्त इसकी कोई जरूरत नहीं थी। आमतौर पर ड्रेसिंग रूम से जब बल्ला या ग्लव्स चेंज करने के लिए भेजा जाता तो उसके साथ एक सूचना दी जाती है। मगर माही ने यहां उलटा किया, उन्होंने ड्रेसिंग रूम में बैठे साथियों के लिए एक मैसेज भेजा। जीतने के बाद कोई भी बालकनी पर जश्न नहीं मनाएगा।'
धोनी को टीम में लाने वाले ने ही उनकी बल्लेबाजी पर उठाए सवाल, कह दी इतनी बड़ी बातजब पांड्या काटने लगे धोनी के बाल, माही का हुआ ऐसा हाल