आम बजट 2018: आसमान से गिरा या खजूर में अटका, कहां से आया 'बजट'
फ्रेंच शब्द से बना बजट बताया जाता है कि बजट नाम का शब्द फ्रेंच भाषा के &बूजट&य से आया है। 'बूजट' का मतलब 'चमड़े की थैली' होती है और इसे बैग भी कहा जा सकता है। कुछ ख़बरों की माने तो साल 1773 में जब ब्रिटिश वित्तमंत्री रॉबर्ट वालपोल ने अपने वित्तीय प्रस्ताव को चमड़े के बैग से निकाला था, तब से 'बजट' शब्द का इस्तेमाल सरकारी काम के खर्च के हिसाब-किताब के लिए किया जाने लगा। इंग्लैंड के वित्तमंत्री ने की लाल अटैची की शुरुआत
कहा जाता है कि साल 1860 में इंग्लैंड के तत्कालीन वित्त मंत्री विलियम इवर्ट ग्लैडस्टोन ने जिस लाल रंग की अटैची में अपना बजट पेश किया था, उसी कलर के अटैची में आज भी बजट पेश करने का परंपरा जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिर्फ दो बार छोड़कर साल 2010 तक इसी लाल रंग के अटैची से भारत में बजट पेश किया गया है। भारत में बजट का इतिहास
भारत में बजट की शुरुआत आज़ादी से पहले ही हो चुकी थी। बताया जाता है कि 9 अक्टूबर 1946 से लेकर 14 अगस्त 1947 तक का बजट उस समय के तत्कालीन वित्तमंत्री लियाकत अली खां ने पेश किया था। इसके बाद जब भारत आज़ाद हुआ तब देश का पहला बजट आर के शनमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया था।भारतीय संविधान में कही नहीं बजट का जिक्रबता दें कि भारतीय संविधान में बजट शब्द इस्तेमाल कहीं नहीं किया गया है। बजट के बदले संविधान के अनुच्छेद 112 में लिखा गया है कि 'सरकार हर साल आय-व्यय का एक लेखा-जोखा पेश करेगी, जिसमे यह उल्लेख रहेगा कि सरकार आगामी वित्तीय वर्ष में किस मद में कितना व्यय करेगी साथ ही इस व्यय को पूरा करने के लिए सरकार आय कहां से प्राप्त करेगी'।