नाइजीरियाई राष्ट्रपतिः चरमपंथियों के लिए घातक साबित होगा अपहरण
राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने कहा, ''मैं मानता हूं कि इन लड़कियों का अपहरण नाइजीरिया में चरमपंथ के खात्मे की शुरुआत है.''वो राजधानी अबुजा में विश्व आर्थिक फोरम के आयोजन में बोल रहे थे. यहां भी हाल ही में दो हमले हो चुके हैं, जिसके लिए बोको हराम को जिम्मेदार माना जाता है.तीन सप्ताह पूर्व हुए छात्राओं के अरपहरण के कारण पूरी दुनिया में रोष व्याप्त है.बोको हराम, जिसका स्थानी भाषा में अर्थ है, ''पश्चिमी शिक्षा वर्जित है'', ने 2009 में नाइजीरिया के उत्तर पूर्वी राज्य बोर्नो में अपनी विद्रोही गतिविधियों की शुरुआत की थी.हिंसा और सुरक्षा बलों की कार्रवाई में इस वर्ष ही कम से कम 1,200 लोग मारे जा चुके हैं.बोर्नो राज्य के चिबोक कस्बे में स्थित आवासीय स्कूल से गत 14 अप्रैल को इन छात्राओं का आपरहण किया गया था.अंतरराष्ट्रीय मदद
फोरम की बैठक के दौरान अफ्रीका के सबसे धनी व्यक्ति और नाइजीरियाई व्यवसायी अलीको डांगोटे ने गन्ना और धान के उत्पादन के लिए 2.3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की.पूर्व ब्रितानी प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन, जो कि संयुक्त राष्ट्र शिक्षा के दूत हैं, ने ''सुरक्षित स्कूल अभियान'' कार्यक्रम की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि 500 स्कूलों को सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने के लिए नाइजीरिया का व्यावसायिक समुदाय एक करोड़ डॉलर की मदद करेगा.राष्ट्रपति प्रवक्ता डोयिन ओकूपे ने स्वीकार किया कि संदिग्ध इस्लामी चरमपंथियों ने कैमेरून सीमा के पास गाम्बोरू नगाला पर सोमवार को हमला किया था.उन्होंने बताया कि आधिकारिक रूप से इस हमले में 100 से 150 लोग मारे गए हैं, जबकि स्थानीय निवासियों ने बताया कि पांच घंटे तक चले इस हमले में 300 निवासी मारे गए.बीबीसी संवाददाता जॉन सिम्पसन ने बताया कि छात्राओं के अपहरण को लेकर पूरे देश में आक्रोष है और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने ''बच्चियों को वापस लाओ'' का नारा दिया है.उनका कहना है कि लगता है कि बोको हराम द्वारा की गई कार्रवाई उनके लिए ही घातक सिद्ध होने वाली है क्योंकि अगले कुछ हफ्तों में उनके लिए कठिन समय आने जा रहा है.