Movie Review : 'NH 10' इस हाईवे पर मिलता रहेगा डर, रोमांच और सस्पेंस
हॉलीडे प्लॉन से शुरु होती है कहानी फिल्म NH10 से डायरेक्टर नवदीप सिंह पूरे 8 साल बाद वापसी कर रहे हैं. इस फिल्म को उन्होंने बहुत ही गंभीरता से बनाया है. उनकी फिल्म की खासियत यह है कि वह किसी भी मु्द्दे समझौता नहीं करते. अब शायद NH10 इसी का परिणाम है. सुदीप शर्मा द्वारा लिखी गई NH10 एक अर्बन कपल मीरा (अनुष्का शर्मा) और अर्जुन (नील भोपालम) की जिंदगी से शुरु होती है. यह यंग कपल बंगलुरु से बिलांग करता है, जोकि गुडगांव में ठहरने जाता है. हालांकि इस दौरान लेट नाइट काम से लौट रही मीरा पर कुछ लोग हमला कर देते हैं. इस हमले से मीरा सदमे में आ जाती है जिसके चलते पति अर्जुन उसे इस ट्रॉमा से निकालने के लिए हॉलीडे रिसॉर्ट का प्लॉन बनाता है. खुशनुमा जिंदगी जीने के लिए हॉली डे मनाने निकले इस कपल की जिंदगी अचानक से हॉरर स्टोरी जैसी बन जाती है. इसके चलते उन्हें अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ जाता है.
ऑनर किलिंग का अनदेखा सच नवदीप ने इस फिल्म के लिए जगह का चुनाव अच्छी तरह से किया है. शहरी जिंदगी में समाज का जीने का तरीका किस तरह बदलता है, फिल्म में यह साफतौर पर देखा जा सकता है. इसमें कोई शक नहीं कि फिल्म ऑनर किलिंग पर बेस्ड है. जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था कि यह कहानी नार्थ इंडिया में फैली समाजिक बुराई को आइना दिखाती है. नवदीप ने शहरी समाज में अंतर्रजातीय विवाह के बाद होने वाली दिक्कतों को पर्दे पर उतारने की अच्छी कोशिश की है, हालांकि उनकी यह मेहनत कामयाब भी होती है. यह फिल्म देखकर दर्शक के मन में एक सवाल उठना तय है कि, दूसरी जाति में शादी करना अपराध क्यों माना जाता है?
अनुष्का की एक्टिंग में दिखी मेहनत NH10 की मीरा एक इंडिपेंडेंट प्रोफेशनल लडकी है, जिसे अनुष्का शर्मा ने बखूबी निभाया है. अनुष्का इस कैरेक्टर के लिए बिल्कुल परफेक्ट लग रही हैं. मीरा अपनी जिंदगी में जिस तरह से वॉयलेंट होती है, वह सिचुएशन हमारे समाज की आंखे खोलने के लिए बेहद जरूरी है. मीरा सिर्फ अपनी और पति की जिंदगी ही नहीं बचाती है, बल्कि एक औरत की डिग्िनटी को भी बरकरार रखती है. हालांकि इस फिल्म में नील भूपालम ने अनुष्का का बहुत सपोर्ट किया है. नील भी अपने रोल को अच्छी तरह से फिट रखते हैं. वहीं दर्शन कुमार ने भी काफी प्रभावित किया है. इसके अलावा दीप्ति नवल का रोल भले ही छोटा रहा, लेकिन उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से इसे कमजोर नहीं होने दिया. फिलहाल इसमें एक कमी रह गई कि, कहानी में ट्विस्ट काफी सरल लगे हैं और फिल्म के सेकेंड पार्ट में एनर्जी थोड़ी कम लगी. वैसे ओवर ऑल देखें तो यह दर्शकों को प्रभावित करने में कामयाब रहेगी. फिल्म की लोकेशन और कहानी एक दूसरे के साथ मैच करते हैं. इसे एक बार जरूर देखना चाहिए.
हॉलीडे प्लॉन से शुरु होती है कहानी
फिल्म NH10 से डायरेक्टर नवदीप सिंह पूरे 8 साल बाद वापसी कर रहे हैं. इस फिल्म को उन्होंने बहुत ही गंभीरता से बनाया है. उनकी फिल्म की खासियत यह है कि वह किसी भी मु्द्दे समझौता नहीं करते. अब शायद NH10 इसी का परिणाम है. सुदीप शर्मा द्वारा लिखी गई NH10 एक अर्बन कपल मीरा (अनुष्का शर्मा) और अर्जुन (नील भोपालम) की जिंदगी से शुरु होती है. यह यंग कपल बंगलुरु से बिलांग करता है, जोकि गुडगांव में ठहरने जाता है. हालांकि इस दौरान लेट नाइट काम से लौट रही मीरा पर कुछ लोग हमला कर देते हैं. इस हमले से मीरा सदमे में आ जाती है जिसके चलते पति अर्जुन उसे इस ट्रॉमा से निकालने के लिए हॉलीडे रिसॉर्ट का प्लॉन बनाता है. खुशनुमा जिंदगी जीने के लिए हॉली डे मनाने निकले इस कपल की जिंदगी अचानक से हॉरर स्टोरी जैसी बन जाती है. इसके चलते उन्हें अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ जाता है.
नवदीप ने इस फिल्म के लिए जगह का चुनाव अच्छी तरह से किया है. शहरी जिंदगी में समाज का जीने का तरीका किस तरह बदलता है, फिल्म में यह साफतौर पर देखा जा सकता है. इसमें कोई शक नहीं कि फिल्म ऑनर किलिंग पर बेस्ड है. जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था कि यह कहानी नार्थ इंडिया में फैली समाजिक बुराई को आइना दिखाती है. नवदीप ने शहरी समाज में अंतर्रजातीय विवाह के बाद होने वाली दिक्कतों को पर्दे पर उतारने की अच्छी कोशिश की है, हालांकि उनकी यह मेहनत कामयाब भी होती है. यह फिल्म देखकर दर्शक के मन में एक सवाल उठना तय है कि, दूसरी जाति में शादी करना अपराध क्यों माना जाता है?
अनुष्का की एक्टिंग में दिखी मेहनत
NH10 की मीरा एक इंडिपेंडेंट प्रोफेशनल लडकी है, जिसे अनुष्का शर्मा ने बखूबी निभाया है. अनुष्का इस कैरेक्टर के लिए बिल्कुल परफेक्ट लग रही हैं. मीरा अपनी जिंदगी में जिस तरह से वॉयलेंट होती है, वह सिचुएशन हमारे समाज की आंखे खोलने के लिए बेहद जरूरी है. मीरा सिर्फ अपनी और पति की जिंदगी ही नहीं बचाती है, बल्कि एक औरत की डिग्िनटी को भी बरकरार रखती है. हालांकि इस फिल्म में नील भूपालम ने अनुष्का का बहुत सपोर्ट किया है. नील भी अपने रोल को अच्छी तरह से फिट रखते हैं. वहीं दर्शन कुमार ने भी काफी प्रभावित किया है. इसके अलावा दीप्ति नवल का रोल भले ही छोटा रहा, लेकिन उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से इसे कमजोर नहीं होने दिया. फिलहाल इसमें एक कमी रह गई कि, कहानी में ट्विस्ट काफी सरल लगे हैं और फिल्म के सेकेंड पार्ट में एनर्जी थोड़ी कम लगी. वैसे ओवर ऑल देखें तो यह दर्शकों को प्रभावित करने में कामयाब रहेगी. फिल्म की लोकेशन और कहानी एक दूसरे के साथ मैच करते हैं. इसे एक बार जरूर देखना चाहिए.
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