इस वजह से UN जनरल असेंबली में नहीं जाएंगे पाक पीएम
इस्लामाबाद (रायटर)। अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा लेने की बजाए पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमरान खान देश की अर्थव्यवस्था सुधारने पर ध्यान देंगे। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि वे अभी अपना पूरा समय देश की अर्थव्यवस्था को देना चाहते है। संयुक्त राष्ट्र के 73वें आमसभा में पाकिस्तान प्रतिनिधिमंडल की अगुआई पाकिस्तान के विदेश मंत्री करेंगे। आमसभा का आयोजन 18 सितंबर से शुरू होना है। शाह ने मंगलवार की शाम पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पीएम वहां नहीं जाएंगे और वे खुद पाक प्रतिनिधिमंडल की अगुआई करेंगे।चार गुना मुद्रा अवमूल्यन, तीन गुना बढ़ी ब्याज दरें
पाकिस्तान में इस बात पर काफी चर्चा हो रही थी कि पाक पीएम संयुक्त राष्ट्र की आमसभा में हिस्सा लेने जाएंगे या देश की अर्थव्यवस्था के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए देश में ही रुकेंगे। कुरैशी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री को लगता है कि इस समय देश पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उनकी नई सरकार जिसने इस महीने की शुरुआत में ही शपथ ली है, वह देश की मुद्रा संकट पर फोकस करना चाह रही है। इससे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के बेपटरी होने की आशंका है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का पिछले वित्त वर्ष में 5.8 प्रतिशत विस्तार हुआ है, जो पिछले 13 वर्षों से सबसेे तेज विस्तार है। दिसंबर से अब तक देश की मुद्रा का चार गुना अवमूल्यन हो चुका है। ब्याज की दरें तीन गुना बढ़ चुकी हैं।