जानें फिल्म सर्टिफिकेट पर लिखे एक-एक शब्द का क्या है मतलब
क्या है सेंसर बोर्ड और कितने प्रकार के होते हैं सर्टिफिकेट
सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन को आम लोग सेंसर बोर्ड के नाम से जानते हैं। यह एक सेंसरशिप बॉडी है जो मिनिस्ट्री ऑफ इंर्फामेशन एंड ब्राडकास्ट के अंडर में काम करती है। सेंसर बोर्ड फिल्म टेलीवीजन टेलीवीजन एड सहित उन सभी को सर्टिफिकेट देती है जो जनता के बीच में दिखाया जाता है। सेंसर बोर्ड के द्वारा सर्टिफिकेट दिए जाने के बाद ही फिल्म को रिलीज किया जा सकता है। सख्त कानून की वजह से CBFC दुनिया में सबसे ताकतवर सेंसर बोर्ड में से एक है। CBFC का हेडक्वार्टर मुंबई में हैं। क्या आप ने कभी सोचा है CBFC सर्टिफिकेट में दी गई उन चीजों के बारे में। अगर नहीं तो आज हम आप को बताएंगे फिल्म सर्टिफिकेट के बारे में। यह सर्टिफिकेट फिल्म शुरु होने से पहले दस सेकेंड के लिए दिखाया जाता है। जिनमें U, U/A, A, S कई तरह के फिल्म सर्टिफिकेट होते हैं।
2. इस कैटेगरी की फिल्मों के कुछ दृश्यों मे हिंसा, अश्लील भाषा या यौन संबंधित सामग्री हो सकती है, जिससे इस श्रेणी की फिल्में केवल 12 साल से बड़े बच्चे किसी बड़े की उपस्थिति मे ही देख सकते हैं।
4. इस सर्टिफिकेट का मतलब है कि यह एक स्पेशल क्लास के लिए है जैसे डॉक्टर्स और वैज्ञानिक।
6. इस सर्टिफिकेट का मतलब है कि फिल्म की ड्यूरेशन कितनी होगी।
8. इस सर्टिफिकेट का मतलब है कि दिये जाने वाले सर्टिफिकेट की वैधता कितने समय तक है। अगर फिल्म सिर्फ थियेटर्स में रिलीज होनी है।
10. इस सर्टिफिकेट का अर्थ है कि सेंसर बोर्ड की कितने सदस्यों ने इसे जांचा है।
12. इस सर्टिफिकेट का अर्थ है कि यह सिर्फ उन्हें दिया जाता है जिन फिल्मों में सेंसर बोर्ड कुछ सीन कट कर देता है।
14. यह सर्टिफिकेट सेंसर बोर्ड द्वारा कट किए गए सीन की जानकारी देता है।