Nepal Bus Accident: नेपाल में बस दुर्घटना में मारे गए 27 भारतीय तीर्थयात्रियों के शव को महाराष्ट्र भेजने से पहले पोस्टमार्टम किया जा रहा है। वहीं भारतीय वायुसेना का एक विमान तीर्थयात्रियों के शवों को शनिवार को नासिक लेकर आएगा।


काठमांडू (पीटीआई)। Nepal Bus Accident: नेपाल में शुक्रवार को 43 भारतीयों से भरी एक बस उफनाती नदी में गिर गयी। इस हादसे में करीब 27 भारतीय तीर्थयात्री की मौत हो गयी है। वहीं 16 अन्य घायल हो गए है। माई रिपब्लिका समाचार पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, 27 भारतीय तीर्थयात्रियों के शव को महाराष्ट्र भेजने से पहले उनका पोस्टमार्टम बागमती प्रांत के चितवन जिले के भरतपुर अस्पताल में किया जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक दीपक राय के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि शवों को अंबू खैरेनी अस्पताल से पोस्टमार्टम के लिए चितवन भेजा गया है।43 यात्रियों को लेकर जा रही थी बस


वहीं महाराष्ट्र सरकार की ओर से शुक्रवार को मुंबई में जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि इंडियन एयरफोर्स का एक विमान हादसे के शिकार लोगों के शवों को आज नासिक ले जाएगा। पुलिस के अनुसार, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से 43 यात्रियों को लेकर बस पोखरा से काठमांडू की ओर जा रही थी, जिसमें चालक और दो सहायक शामिल थे। यह बस दोपहर के समय तनहुन जिले में मार्सयांगडी नदी के किनारे अंबू खैरेनी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई।16 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई

नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के उप प्रवक्ता शैलेंद्र थापा ने पीटीआई को बताया कि 16 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 11 ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि घायल हुए 16 लोगों को काठमांडू ले जाया गया है और त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। दुर्घटना स्थल काठमांडू से लगभग 90 किलोमीटर पश्चिम में राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है।बस लगभग 150 मीटर नीचे गिर गईउत्तर प्रदेश नंबर प्लेट वाली बस, मार्सयांगडी नदी के किनारे पहाड़ी सड़क से लगभग 150 मीटर नीचे गिर गई और उसे क्रेन की मदद से उठाया जाएगा। बस में सवार यात्री 104 भारतीय तीर्थयात्रियों के एक समूह का हिस्सा थे, जो दो दिन पहले हिमालयी राष्ट्र की यात्रा के लिए तीन बसों में महाराष्ट्र से नेपाल पहुंचे थे। अधिकारियों ने कहा कि पीड़ित मुंबई से 470 किलोमीटर दूर जलगांव जिले के वरनगांव, दरियापुर, तलवेल और भुसावल के थे।

Posted By: Shweta Mishra