नेपाल में सड़क और रेल पर खर्च करेगा चीन, ओबीओआर समेत आठ समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
ओबीओआर परियोजना के तहत नेपाल में निवेश
बीजिंग (पीटीआई)। नेपाल में चीन बुनियादी सुविधाएं (सड़क, रेल) विकसित करने, व्यापार और निवेश के लिए तैयार है। यह कार्य चीन की महात्वाकांक्षी वन बेल्ट-वन रोड (ओबीओआर) परियोजना के तहत होगा। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने यह आश्वासन नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को दिया है। ओली इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं। हालांकि ओबीओआर पर भारत की आपत्ति को ध्यान में रखते हुए नेपाल ने परियोजना से जुड़ने की औपचारिक घोषणा से परहेज किया है। नेपाल के विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों देशों के बीच 70 करोड़ डॉलर (4,765 करोड़ रुपये) के आठ महत्वपूर्ण समझौतों पर दस्तखत हुए हैं।
समझौते बुनियादी परियोजनाओं और कारखानों से संबंधित
ये समझौते बुनियादी परियोजनाओं और कारखानों की स्थापना से संबंधित हैं। इनमें चीन और नेपाल को रेल और सड़क मार्ग से जोड़ने की परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त नेपाल के भीतर भी बुनियादी ढांचा विकसित करने की परियोजनाएं हैं। पनबिजली परियोजना स्थापित होगी, सीमेंट का कारखाना लगेगा और फूड पार्क की स्थापना होगी। राष्ट्रपति शी ने नेपाल में राजनीतिक स्थिरता लाने और आर्थिक तरक्की की इच्छा जताने के लिए प्रधानमंत्री ओली को बधाई दी। आश्वासन दिया कि नेपाल के विकास में चीन पूरा सहयोग देगा।
नेपाल के सुविधाओं के विकास में चीन पिछले कई वर्षो से निवेश कर रहा
गौरतलब है कि नेपाल में बुनियादी सुविधाओं के विकास में चीन पिछले कई वर्षो से निवेश कर रहा है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने राष्ट्रपति शी के हवाले से बताया है कि ओबीओआर प्रोजेक्ट के तहत चीन नेपाल में बुनियादी ढांचे के विकास, भूकंप से हुए नुकसान की भरपाई करने, व्यापार और निवेश के लिए तैयार है। शी ने यह भी आश्वासन दिया है कि वह नेपाल की राष्ट्र के रूप में संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को भी कायम रखेगा। शी ने 'वन चाइना' पॉलिसी का सम्मान करने और नेपाल में चीन विरोधी गतिविधियों को पनपने न देने के लिए भी प्रधानमंत्री ओली से आभार जताया।