National Youth Day 2024: हमारे देश में भी कई ऐसे यंगस्टर्स हैं जो अपनी खेलने कूदने की उम्र में अपने सपनों के आसमान छू रहे हैं। यही नहीं इन बच्चों के आगे कई बड़े बड़े लोगों ने भी घुटने टेक दिए हैं...

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। National Youth Day 2024: वैसे तो हर बच्चा खुद में किसी न किसी तरह से खास होता है, लेकिन जब वही बच्चा काफी छोटी सी उम्र में कुछ एक्स्ट्रा ऑडिनरी कर जाए तो उसे प्रतिभाशाली बच्चा माना जाता है। हमारे देश में भी कई ऐसे यंगस्टर्स हैं, जो अपने खेलने कूदने की उम्र में अपने सपनों के आसमान छू रहे हैं। यहीं नहीं, इन बच्चों के आगे कई बड़े बड़े लोगों ने भी घुटने टेक दिए हैं। ये उभरते हुए यंगस्टर्स हमें और हमारे देश को और भी कई ऊंचाइयों तक पहुचाएंगे। तो आइए फिर फटाफट से जानते हैं ऐसे ही कुछ भारतीय बच्चों के बारे में...

1. तिलक मेहता
तिलक मेहता एक यंग एटेप्रैनयोर और डिजिटल कूरियर कंपनी 'पेपर एन पार्सल' के फाउंडर हैं। उनकी कंपनी मुंबई डब्बावाला के साथ मिलकर वन-डे पार्सल सर्विस देती है। ये स्टार्ट-अप सभी तरह के स्टेशनरी प्रोडक्ट की डोर-टू-डोर पिक-अप और डिलीवरी सरविसेस के बारे में है। बता दें कि, तिलक मेहता को जनवरी 2020 में ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।

3. रमेश बाबू प्रज्ञानानंद
रमेश बाबू प्रज्ञानानंद एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी (चेस प्लेयर) है। जिन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर 'ग्रैंडमास्टर' ता टाइटल अपने नाम किया है। रमेश बाबू 10 साल की उम्र में इतिहास के सबसे छोटे इंटरनेशनल मास्टर बन गए। उन्होंने वर्ल्ड युथ चेस चैंपियनशिप में 2013 में अंडर-8 और 2015 में अंडर-10 का खिताब अपने नाम किया है।

5. लिसिप्रिया कंगुजम
लिसिप्रिया कंगुजम क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग और हाई पॉल्यूशन जैसे मुद्दों पर रोक लगाने पर भारत में नया कानून बनाने के लिए 2018 से एक अभियान चला रही हैं। लिसिप्रिया सबसे कम उम्र की क्लाइमेट एक्टिविस्ट में से एक हैं। बता दें कि, उन्हें एपीजे अब्दुल कलाम बाल पुरस्कार, विश्व बाल शांति पुरस्कार पुरस्कार, 2020 में ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड और कई सम्मानित पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।

Posted By: Anjali Yadav