गूगल ने एक ऐतिहासिक नौसैन्‍य एयरबेस की जगह को लंबे समय तक किराए पर लेने के लिए नासा के साथ समझौता कर लिया है. इसके अंतर्गत गूगल की योजना यहां तीन बड़े हैंगरों का नवीनीकरण करेगा. इसके बाद गूगल की योजना इनका इस्‍तेमाल उड्डयन अंतरिक्ष अन्‍वेषण व रोबोटिक्‍स से जुड़ी परियोजनाओं में करने की है.

क्या है जानकारी
नासा की ओर से जारी किए गए एक बयान के अनुसार गूगल की योजना हैंगरों के नवीकरण और अन्य सुधार लाने के लिए 20 करोड़ डॉलर से ज्यादा का निवेश करने की है. इनमें एक संग्रहालय या शैक्षणिक प्रतिष्ठान भी शामिल किया जाएगा. जानकारी है कि यह मोफेट और सिलिकॉन वैली के इतिहास का प्रदर्शन करेंगे.
60 साल के किराए का गूगल करेगा भुगतान
गूगल ने नासा के साथ जो समझौता किया है, उसके तहत गूगल 60 साल के किराए के रूप में 1.16 अरब डॉलर (7,134 करोड़ रूपए) का भुगतान करेगी. इसमें एक सक्रिय एयरफील्ड, गोल्फ कोर्स और अन्य इमारतें भी शामिल होंगी. इसके तहत गूगल की योजना यहां तीन बड़े हैंगरों का नवीकरण करने और उसके बाद फिर इनका इस्तेमाल उड्डयन, अंतरिक्ष और नई तकनीकों के क्षेत्र में शोध, विकास, संकलन एवं परीक्षण व रोबोटिक्स से जुड़ी परियोजनाओं में करने की है.
कितना है क्षेत्र
जानकारी के अनुसार सैन फ्रांसिस्को प्रायद्वीप में स्थित 1000 एकड़ का क्षेत्र पूर्व मोफेट फील्ड नेवल एयर स्टेशन का हिस्सा है. नासा के अनुसार गूगल हैंगरों के नवीनीकरण व अन्य सुधार लाने के लिए 20 करोड़ डॉलर से ज्यादा का निवेश करने के मूड में है. इनमें एक संग्रहालय या शैक्षणिक प्रतिष्ठान भी शामिल है, जो कि मोफेट और सिलिकॉन वैली के इतिहास का प्रदर्शन करेंगे. सूत्रों का कहना है कि इस समझौते से दोनों का फायदा होने वाला है. नासा इस पूर्व नौसैन्य स्थल के शोध केंद्र (एमेस रिसर्च सेंटर) का संचालन जारी रखना चाहता है.

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Posted By: Ruchi D Sharma